वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक संम्पन्नl

वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक संम्पन्नl
बिलासपुर, 20 जून 2025/वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र बिलासपुर सभागार में इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय के निदेशक विस्तार सेवायें डॉ. एस. एस. टुटेजा के मुख्य आतिथ्य, बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल अनुसंधान केन्द्र बिलासपुर के अधिष्ठाता डॉ. एन. के. चौरे की अध्यक्षता एवं प्रमुख वैज्ञानिक इंदिरा गांधी कृषि विश्व विद्यालय रायपुर डॉ. के.एल. नन्देहा के विशिष्ट आतिथ्य में संपन्न हुई। इस बैठक में तीन जिले जांजगीर-चांपा, भाटापारा एवं बिलासपुर के कृषि विज्ञान केन्द्रों की 2024-25 की समस्त गतिविधियों की समीक्षा एवं 2025-26 की कार्ययोजना के संदर्भ में वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्यों, कृषि संवर्गीय विभाग के अधिकारियों एवं प्रगतिशील कृषकों के मध्य विस्तार से परिचर्चा की गई।
कार्यक्रम में डॉ. एस. एस. टुटेजा ने कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों से अपनी कार्य योजना में प्राकृतिक खेती, दलहनी, तिलहनी फसलों को बढ़ावा देने एवं महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की बात कही। डॉ. एन. के. चौरे ने क्रॉप डॉक्टर एप के बारे में कृषकों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि इस एप के द्वारा आप अपने फसल संबंधित समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते है। डॉ. के.एल. नन्देहा ने वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य प्रगतिशील कृषक से आव्हान किया कि केंद्र की आगामी गतिविधियों को बनाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं। कार्यक्रम को डॉ. अजय अग्रवाल, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, जांजगीर -चांपा, डॉ. एस.एल स्वामी, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय, लोरमी एवं श्रीमति सुप्रिया भारतीयन, प्रसार भारती, बिलासपुर द्वारा संबोधित किया गया।
कार्यक्रम मेें उपस्थित प्रगतिशील कृषकों श्री राघवेन्द्र चंदेल द्वारा सोनागाछी एवं तेजस्वी धान की किस्मों को प्रोत्साहित किया। श्री माघो सिंह द्वारा मसाला फसलों पर जोर दिया गया एवं श्री दुष्यंत सिंह द्वारा वेस्ट डिकम्पोसर को प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र, बिलासपुर के प्रभारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख श्रीमति हेमकान्ति बंजारे, विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. निवेदिता पाठक, डॉ. अमित शुक्ला, डॉ. एकता ताम्रकार, श्री जयंत कुमार साहू एवं इंजी. पंकंज मिंज, तकनीकी स्टाफ डॉ स्वाति शर्मा, डॉ चंचला रानी पटेल एवं श्रीमति सुशीला ओहदार उपस्ति रहकर कार्यक्रम को सफल बनाया।