छत्तीसगढ़

मंडल रेलवे सुरक्षा बल के सजग व मानवीय कार्य से दो नाबालिग बालिकाएँ हुई सुरक्षित |

RPF का ऑपरेशन “नन्हे फरिश्ते” बच्चों की सुरक्षा के लिये कारगर !

मंडल रेलवे सुरक्षा बल के सजग व मानवीय कार्य से दो नाबालिग बालिकाएँ हुई सुरक्षित |

बिलासपुर – 18 जून 2025 मंडल रेल प्रबंधक श्री राजमल खोईवाल के मार्गदर्शन में मंडल रेलवे सुरक्षा बल द्वारा रेल यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों को भी प्राथमिकता दी जा रही है। इसी कड़ी में “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के अंतर्गत एक बार फिर रेल सुरक्षा बल ने मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए 02 नाबालिग बालिकाओं को समय रहते सुरक्षित संरक्षण प्रदान किया। दिनांक 17 जून 2025 को आरपीएफ बिलासपुर द्वारा स्टेशन प्लेटफार्म संख्या 01 में चेकिंग के दौरान 02 बालिकाऐं गुमसुम एवं एकांत अवस्था में बैठी मिली, जिनसे स. उप.निरी. पी.एल राजवाडे एवं महिला आरक्षक निधी द्वारा पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम रीना धीवर उम्र 16 वर्ष निवासी रायपुर छत्तीसगढ़ एवं दूसरी ने सुमन राजपूत उम्र 13 वर्ष निवासी बलिया (उत्तर प्रदेश) बताई तथा यह भी बताया कि घरवालों के डांटने के कारण बिना बताए ट्रेन में बैठ कर बिलासपुर आ गई | इसपर आरपीएफ द्वारा दोनों नाबालिक बालिकाओं को सुरक्षित रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट बिलासपुर लाया गया एवं नियमानुसार कार्यवाही करते हुये चाइल्डलाइन बिलासपुर के सुपुर्द किया गया। उल्लेखनीय है कि रेलवे सुरक्षा बल बिलासपुर मंडल द्वारा “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत रेलवे स्टेशनों तथा यात्री गाडियों में मिले गुमशुदे अथवा घुमंतु बच्चों के रेस्कयु कर चाईल्ड हेल्प डेस्क के माध्यम से परिजनों से मिलाने अथवा सुरक्षित करने का कार्य किया जा रहा है | मंडल रेलवे सुरक्षा बल द्वारा वर्ष 2024-25 में मंडल क्षेत्राधिकार के अंतर्गत 54 लडकियों तथा 101 लड़के सहित कुल 155 नाबालिगों को रेस्क्यु किया गया है |

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