उतई में तालाब में डूबने से 7 वर्षीय मासूम की मौत का जिम्मेदार कौन?

दुर्ग : एक दिन पूर्व उतई के शीतला तालाब में एक 7 वर्षीय बच्चे की डूबने से मौत हो गई, आपको बता दें कि रायपुर से दुर्ग होकर हैदराबाद जाने वाले भारत माला प्रोजेक्ट के तहत रोड निर्माण का काम चल रहा है, जिसको लेकर बेतरतीब तरीके से जिले भर से मुरुम का उत्खनन किया जा रहा है, रोड बनाने के नाम पर पाटन सेलूद उतई समेत अन्य जगहों पर ठेकेदार के द्वारा तालाब से मुरुम निकालने के लिए, तालाब को खाई का रूप दे दिया गया है, आपको बता दूँ कि ऐसा ही एक उत्खनन उतई के वार्ड 13 के शीतला तालाब में बीते वर्ष किया गया था, और उस निस्तारी तालाब को खाई में तब्दील कर दिया गया था, जिसको लेकर उस दौरान वार्ड के लोगो ने नगर पंचायत उतई का घेराव भी किया था, और इस तालाब को जान का खतरा बताया था, और लगातार बढ़ते विरोध के बाद उत्खनन का कार्य बंद कर दिया गया, लेकिन तालाब क्योकि खाई का रूप ले चूका था, इसलिए नगर पंचायत उतई को तालाब में सूचना बोर्ड लगाकर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया गया,
आज एक साल बाद आखिरकार वार्ड वासियों की आशंका के अनुरूप घटना घट ही गई, और एक 7 वर्षीय मासूम की मौत हो गई, जबकि वो तालाब के किनारे से बमुस्किल से 4 फीट के किनारे पर ही था, जब वो अचानक से अन्दर चला गया, जब तक कुछ सहायता मिलती तबतक बहुत देर हो चुकी थी, जिसके बाद फिर से एक बार वार्ड वासियों ने नगर पंचायत उतई में पहुचकर हंगामा कर दिया,,,,
अब बड़ा सवाल यह है कि इस मौत के लिए जिम्मेदार कौन है, वो ठेकेदार जिसने उस तालाब की लद्दी साफ़ करने का ठेका लिया था या तालाब को जिसने खाई का रूप दिया या फिर नगर पंचायत उतई जिसने टेंडर तो जारी किया लेकिन उत्खनन के दौरान एक बार भी निगरानी नहीं किया, हालाकि पुरे मामले को लेकर उतई पुलिस ने मामले को सज्ञान में लिया है और इन सभी बिन्दुओं पर जांच भी कर रही है,
यहाँ यह बताना जरुरी है कि इसी तरह की खाई दुर्ग जिले के लगभग 2 दर्जन से ज्यादा गाव में भारत मामा प्रोजेक्ट के ठेकेदारों के द्वारा खोदी गई, अब आने वाले समय में इसके क्या परिणाम सामने आयेंगे और होने वाली दुर्घटनाओं का जिम्मेदार किसको बनाया जाएगा? ये बड़ा सवाल निकालकर सामने आ रहा है,,,