छत्तीसगढ़

मृत बताकर रद्द किया पंजीयन, शिकायत करते किसान ने कहा- साहब! मैं जिंदा हूं

कांकेर सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़- बारदेवरी लैंपस में धान खरीदी मामले में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। यहां के कुल पंजीकृत किसानों में से 51 को मृत घोषित कर पंजीयन रद्द कर दिया गया है। लेकिन इसमें से एक किसान जिंदा निकल आया। जीवित किसान को मृत घोषित करने का खुलासा तब हुआ जब उसका पुत्र धान बेचने के लिए लैंपस पहुंचा। घटना सामने आने के बाद से मृत बताए गए बाकी 50 किसानों की हकीकत को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पटवारी द्वारा बिना जांच पड़ताल किए ही किसी को भी मृत और अन्य कारण बताकर उनका पंजीयन रद्द कर दिया गया है। बारदेवरी निवासी किसान गुहाराम नेताम पिता सुबरन पिछले साल तक बारदेवरी लैंपस में पंजीकृत किसान था। इस साल पटवारी ने जांच रिपोर्ट में उसे मृत घोषित कर लैंपस में पंजीयन निरस्त कर दिया। 2 जनवरी को जब किसान का बेटा धान बेचने पहुंचा तो उसे इसकी जानकारी हुई।

2 जनवरी को जब किसान पुत्र अजय नेताम धान बेचने बारदेवरी लैंपस पहुंचा और पिता के पंजीयन क्रमांक टीएफ 6000030100927 की जानकारी दी तो उसे बताया गया कि उसके पिता को मृत घोषित किया जा चुका है। जिसके कारण उनका पंजीयन रद्द कर दिया गया है। वह धान नहीं बेच सकता। बेटे ने तत्काल जानकारी पिता को दी। किसान परिवार ने लैंपस पहुंचकर इस संबंध में जानकारी चाही लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद सभी दस्तावेज एकत्रित कर 8 जनवरी को कलेक्टोरेट में शिकायत की। किसान ने कहा कि वह जिंदा है, बिना किसी जांच के उसे मृत घोषित कर दिया। आकर जांच तक नहीं की गई। इससेे गहरा मानसिक अघात पहुंचा है। किसान ने धान खरीदने देने के साथ मामले की जांच कराने की मांग की है।

किसान का बेटा जब धान बेचने बारदेवरी खरीदीकेंद्र पहंुचा तब हुआ इस गड़बड़ी का खुलासा

कलेक्टर ने कहा- मामले की कराई जाएगी जांच
कलेक्टर केएल चौहान ने कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी। जो गड़बड़ी होगी उसका सुधार करवाकर किसान का धान खरीदा जाएगा। मामले में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 

 

 

 

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