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Anti Naxalite Operation News: इस पूर्व CM की ‘नक्सलियों’ से हमदर्दी!.. कहा, छग की भाजपा सरकार कर रही आदिवासियों का नरसंहार, रोका जाये ऑपरेशन

BRS opposes Operation against Naxalites in Chhattisgarh

BRS opposes Operation against Naxalites in Chhattisgarh: हैदराबाद: छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के बॉर्डर पर पिछले सात दिनों से चल रहे नक्सल विरोधी अभियान में पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। इस अभियान के दौरान पुलिस ने आधे दर्जन से ज्यादा नक्सलियों को ढेर कर दिया है। अर्धसैनिक बलों के जवान कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर तलाशी अभियान चला रहे हैं। बताया जा रहा है कि बीजापुर से नक्सल ऑपरेशन की निगरानी डीआईजी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। फिलहाल यह मुठभेड़ पुजारी कांकेर, नम्बी और गलगम के जंगलों में जारी है। सुरक्षाबल पुसगुप्पा और भीमारम के जंगलों में भी तैनात हैं। इस अभियान की शुरुआत आईईडी की बरामदगी से हुई थी, जब पुलिस ने पहाड़ों को घेरते हुए 100 से ज्यादा विस्फोटक सामग्री बरामद की थी।

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हालांकि, इस अभियान पर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री और बीआरएस पार्टी के प्रमुख के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने इस ऑपरेशन की आलोचना की है। उन्होंने इसे “नरसंहार” करार देते हुए कहा कि “ऑपरेशन कगार के नाम पर भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ के युवाओं और आदिवासियों का नरसंहार कर रही है। यह लोकतंत्र जैसा नहीं लगता, यह उस व्यक्ति की तरह नहीं है जो सिर्फ कहता है कि उनके पास शक्ति है।” उन्होंने यह भी कहा कि नक्सलियों से बातचीत करनी चाहिए, न कि उन्हें बल से खत्म करने की कोशिश करनी चाहिए।

केसीआर की बेटी ने भी उनका समर्थन किया

BRS opposes Operation against Naxalites in Chhattisgarh: केसीआर की बेटी और तेलंगाना की एमएलसी के कविता ने भी अपने पिता के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, “हमारे नेता केसीआर ने कल हमारी पार्टी की 25वीं सालगिरह पर एक महत्वपूर्ण आह्वान किया था। उन्होंने दोहराया है कि बीआरएस पार्टी का क्या पक्ष है। नक्सलवाद एक विचारधारा है जिसे केवल चर्चा से ही खत्म किया जा सकता है। आतंक को बल द्वारा खत्म करने का प्रयास उसे और बढ़ाता है। केसीआर का आह्वान है कि ऑपरेशन कगार को रोका जाए, क्योंकि बातचीत से मामले सुलझाए जा सकते हैं। हम चाहते हैं कि केंद्र और राज्य सरकारें नक्सलियों को शांति वार्ता के लिए बुलाएं, ताकि देश की प्रगति हो सके।”

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