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Prisoners in Board Exam: जेल में बंद कैदियों ने भी दी थी बोर्ड की परीक्षा.. 87% से ज्यादा हुए पास.. इसने हासिल किये 72% अंक

Prisoners Passed UP Board Exam with First Division

Prisoners Passed UP Board Exam with First Division: लखनऊ: उत्तर प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद कैदियों ने इस साल की यूपी बोर्ड परीक्षाओं में शानदार प्रदर्शन किया है। 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं देने वाले कैदियों में से 87% से अधिक ने सफलता प्राप्त की है। अधिकारियों का कहना है कि यह उपलब्धि “ईच वन टीच वन” जैसे शैक्षणिक कार्यक्रमों और जेल के अंदर दी गई पढ़ाई की सुविधाओं का परिणाम है।

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हाईस्कूल परीक्षा में रिकॉर्ड सफलता

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 10वीं कक्षा (हाईस्कूल) की परीक्षा देने वाले 92 कैदियों में से 90 पास हुए हैं। यानी सफलता दर 97.82% रही, जो राज्य की औसत पास प्रतिशत 90.11% से कहीं अधिक है। इनमें से 56 कैदियों ने प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास की।

इंटरमीडिएट परीक्षा में भी बेहतर प्रदर्शन

Prisoners Passed UP Board Exam with First Division: 12वीं कक्षा की परीक्षा में 102 कैदियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से 89 कैदी सफल हुए। इंटरमीडिएट परीक्षा में 87.25% की सफलता दर रही, जबकि राज्य का औसत 81.15% है। 11 कैदियों ने प्रथम श्रेणी में परीक्षा पास की।

बरेली सेंट्रल जेल-2 के 6 कैदियों ने परीक्षा दी और सभी सफल हुए। जेल अधीक्षक विपिन मिश्रा ने बताया कि इनमें से तीन कैदियों ने 10वीं और तीन ने 12वीं की परीक्षा दी।

10वीं परीक्षा में

  • रवि: 75.16%
  • शिवम: 71.30%
  • नदीम: 75.33% (सभी हाईस्कूल प्रथम श्रेणी)

12वीं परीक्षा में

  • महेश: 62.60% (प्रथम श्रेणी)
  • फैजान खान: 53%
  • अशोक कुमार: 51% (दोनों द्वितीय श्रेणी)

Prisoners Passed UP Board Exam with First Division: मथुरा जेल में भी पढ़ाई के सकारात्मक नतीजे सामने आए। यहां 8 विचाराधीन कैदियों ने परीक्षा दी और सभी उत्तीर्ण हुए। हाईस्कूल में सुनील ने प्रथम श्रेणी हासिल की। अन्य कैदियों को द्वितीय श्रेणी मिली। इंटरमीडिएट में राम अवतार द्वितीय और हरवेश कुमार तृतीय श्रेणी में पास हुए।

उत्तर प्रदेश जेल विभाग ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने ‘ईच वन टीच वन’ कार्यक्रम को दिया, जिसके तहत शिक्षित कैदी अपने साथी कैदियों को पढ़ाते हैं। राज्य की 27 जेलों में स्मार्टबोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें 10 महिला बैरकें भी शामिल हैं।

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Prisoners Passed UP Board Exam with First Division: जेलों में कैदियों को बुनियादी शिक्षा से लेकर डिग्री स्तर तक पढ़ाई की सुविधा दी जा रही है। इग्नू और राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय से संबद्ध अध्ययन केंद्रों के माध्यम से उच्च शिक्षा भी उपलब्ध कराई जा रही है। अधिकारियों ने कहा, “हमारा लक्ष्य कैदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाकर उन्हें समाज का जिम्मेदार नागरिक बनाना है।”

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