छत्तीसगढ़

कबीरधाम पुलिस का सघन रात्रिकालीन विशेष अभियान – सुनसान इलाकों में शराब पीने वालों पर शिकंजा, अवैध चखना सेंटरों पर कसा कानून का फंदा, दी गई अंतिम चेतावनी

जिला कबीरधाम

कबीरधाम पुलिस का सघन रात्रिकालीन विशेष अभियान – सुनसान इलाकों में शराब पीने वालों पर शिकंजा, अवैध चखना सेंटरों पर कसा कानून का फंदा, दी गई अंतिम चेतावनी

कबीरधाम जिले में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने, असामाजिक गतिविधियों पर नियंत्रण स्थापित करने तथा समाज में सुरक्षित व अनुशासित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए कबीरधाम पुलिस लगातार सतर्क और सक्रिय भूमिका में है। इसी क्रम में 21 अप्रैल 2025 की रात्रि एक विशेष अभियान चलाया गया, जिसकी योजना पुलिस अधीक्षक श्री धर्मेंद्र सिंह (आईपीएस) के कुशल निर्देशन में बनाई गई। इस अभियान में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पुष्पेंद्र बघेल एवं श्री पंकज पटेल द्वारा समन्वय किया गया और इसका नेतृत्व कवर्धा एसडीओपी श्री कृष्ण कुमार चंद्राकर (डीएसपी) द्वारा किया गया।

पुलिस की डीआरजी और कोतवाली थाना तथा यातायात के बल की संयुक्त टीम ने रात के अंधेरे में उन इलाकों में दबिश दी, जहां आमतौर पर अवैध गतिविधियां पनपने की संभावना बनी रहती है। सुनसान स्थानों, खाली मैदानों, बगीचों और आउटर कॉलोनियों के आसपास विशेष निगरानी रखी गई।

कार्रवाई के दौरान कई ऐसे व्यक्तियों को पकड़ा गया जो सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीते हुए पाए गए थे। उन्हें न केवल मौके से खदेड़ा गया, बल्कि कड़ी चेतावनी देते हुए उनके पहचान पत्र, गतिविधियाँ और पृष्ठभूमि की जानकारी भी ली गई। पुलिस ने स्पष्ट किया कि सार्वजनिक स्थानों पर इस प्रकार का आचरण न केवल गैरकानूनी है बल्कि सामाजिक शांति के लिए भी खतरा है।

इस अभियान में पुलिस ने उन तथाकथित ‘चखना सेंटरों’ पर भी नज़र रखी जो भोजनालय या जनरल दुकानों की आड़ में अवैध रूप से शराब सेवन का अड्डा बने हुए थे। टीम ने अनेक ऐसे प्रतिष्ठानों पर जाकर पूछताछ की और स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि उनके द्वारा ग्राहकों को बैठाकर शराब पीने की सुविधा दी गई तो संबंधितों के विरुद्ध कड़ी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

यह कार्रवाई केवल एक दिन की नहीं, बल्कि एक व्यापक योजना का हिस्सा है। “कबीरधाम पुलिस की प्राथमिकता जनता की सुरक्षा और सामाजिक शांति है। अवैध गतिविधियों के प्रति हमारी नीति ‘शून्य सहिष्णुता’ की है और इसी सिद्धांत पर हम आगे भी लगातार सघन अभियान चलाते रहेंगे।”

पुलिस का यह रुख किसी को डराने या प्रताड़ित करने के लिए नहीं, बल्कि समाज में अनुशासन और सुरक्षा की भावना को और अधिक सशक्त करने के लिए है। इस प्रकार की कार्रवाईयों से न केवल असामाजिक तत्वों में कानून का डर उत्पन्न होता है, बल्कि आम नागरिकों में भी पुलिस की सक्रियता और तत्परता का विश्वास जाग्रत होता है।

अभियान के बाद कई नागरिकों ने पुलिस की इस कार्यवाही की सराहना की और भरोसा जताया कि ऐसी कार्रवाइयों से युवाओं में जागरूकता बढ़ेगी और अव्यवस्था फैलाने वालों को स्पष्ट संदेश मिलेगा कि अब जिले में अवैध गतिविधियों के लिए कोई जगह नहीं बची है।

कबीरधाम पुलिस का यह ठोस कदम जिले को नशा मुक्त, अपराध मुक्त और सुरक्षित समाज की ओर ले जाने में मील का पत्थर साबित हो रहा है।

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