अपहरणकत्र्ताओं को पुलिस की खौफ पड़ी भारी,

अपहृत मौलिक साहू को जिले के सरहद पर छोड़ भागे
पुलिस के आला अधिकारियों ने आधी रात 2 बजे मौलिक को किया माता-पिता के सुपुर्द,
अपहरणकत्र्ताओं के पहचान करने का पुलिस ने किया दावा
दुर्ग। शहर के बोरसी-धनोरा मार्ग से मंगलवार की सुबह अपहृत 4 वर्षीय स्कूली बच्चा मौलिक साहू अपहरणकत्र्ताओं के चुंगल से छुटकर सकुशल घर वापस लौट आया है। आधी रात 2 बजे स्वयं आईजी हिमांशु गुप्ता, एसपी प्रखर पांडेय व एएसपी शहर रोहित झा ने पीडि़त साहू परिवार के धनोरा स्थित घर पहुंचकर मौलिक को उसके माता-पिता के सुपुर्द किया। यह क्षण साहू परिवार के लिए सबसे सुखद था। जिससे परिवार में 17 घंटे बाद फिर खुशियां वापस लौट आई। मौलिक के वापस लौटने की खुशियों से गदगद मां छाया रानी व पिता चंद्रशेखर साहू का कहना था कि हमने मन्नत मांग रखी थी। हमें भगवान व पुलिस पर पूरा विश्वास था। मौलिक के वापस लौटने से हमारी मन्नत पूरी हो गई। मां व पिता ने दुर्ग पुलिस टीम को धन्यवाद भी दिया। बताया गया है कि मौलिक साहू के अपहरण के बाद पुलिस की कड़ी नाकेबंदी व पुलिस के खौफ से अपहरणकत्र्ताओं ने मौलिक को मंगलवार की रात दुर्ग व राजनांदगांव जिले के सरहदी इलाके सोमनी पुलिस थाना से सौ मीटर पहले सडक़ किनारे छोडक़र फरार हो गए। रोते-बिलखते मौलिक पर सोमनी पुलिस पेट्रोलिंग टीम की नजर पड़ी। जिसके बाद दुर्ग पुलिस ने मौलिक को घर तक पहुंचाया। महज 17 घंटे में अपहृत मौलिक की घर वापसी से पुलिस की कार्यशैली को जमकर प्रशंसा मिल रही है। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने भी पुलिस टीम को शाबासी दी है, लेकिन अपहरण का मकसद व लाल रंग की अपाचे बाइक सवार तीनों नकाबपोशों पर अब तक रहस्य बना हुआ है। दुर्ग रेंज के आईजी हिमांशु गुप्ता ने बताया कि नकाबपोश अपहरणकत्र्ताओं की पहचान कर ली गई है। उनकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस की विभिन्न टीमें लगातार छापामारी कार्यवाही कर रही। सभी आरोपी जल्द पकड़े जाएंगे। आईजी ने बताया कि अपहरणकत्र्ता स्थानीय भाषा का उपयोग कर रहे थे। जिससे अपहरणकत्र्ताओं के स्थानीय होने पर पुलिस को कही कोई संदेह नहीं है। पुलिस के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक मौलिक साहू के माता-पिता ने जब मौलिक से तुम्हे कौन उठा ले गया था पूछा तो मौलिक हालांकि ज्यादा कुछ बता नहीं पाया, लेकिन उसने इतना जरुर बताया कि वे गंदे अंकल थे। उनके साथ एक अंटी भी थी। उसे एक कमरे में रखकर बिस्कुट खाने को दिया गया था। हालांकि आईजी हिमांशु गुप्ता ने वारदात में किसी महिला आरोपी के शामिल होने से जुड़े सवाल पर चुप्पी साधे रखी। आईजी श्री गुप्ता ने बताया कि अपहरण का ऐसा ही मामला 2017 में कोरबा में भी सामने आया था। लालवानी परिवार के इस मामले में पुलिस ने अपनी सक्रियता व संवेदनशीलता का परिचय देते हुए 7 घंटे में मामले को ट्रेसकर लिया था। बालोद जिले के ग्राम डगनिया में राईस मिलर रवि राठी से हुए 51 लाख की लूट मामले में आईजी श्री गुप्ता ने कहा कि इस मामले को जल्द सुलझा लिया जाएगा। बालोद एसपी एमएल कोटवानी के नेतृत्व में पुलिस टीम आरोपियों तक पहुंचने के प्रयास में जुटी हुई है। आईजी से चर्चा के दौरान एसपी प्रखर पांडे, एएसपी शहर रोहित झा एवं पुलिस के आला अधिकारी मौजूद थे।
मालूम हो कि धनोरा निवासी धान कुट्टी व आरा मिल के संचालक चंद्रशेखर साहू का 4 वर्षीय एकलौता पुत्र मौलिक साहू मंगलवार की सुबह स्कूल जा रहा था, तब उसका बाईक सवार तीन नकाबपोश ने अपहरण कर लिया था। अपहृत मौलिक साहू बोरसी स्थित द रॉयल किट्स नर्सरी स्कूल में कक्षा केजी-1 का छात्र है। वह सुबह साढ़े 8.30 बजे स्कूल की टाटा मैजिक वाहन से स्कूल के लिए रवाना हुआ था। इस दौरान वाहन में स्कूल की आया दिव्या खुटेल भी सवार थी। स्कूली टाटा मैजिक बोरसी-धनोरा मार्ग पर सेन्ट जेवीयर्स स्कूल व कदम प्लाजा कॉम्पलेक्स के बीच पहुंची थी, तभी बाइक सवार तीन नकाबपोशों ने टाटा मैजिक का रास्ता रोक लिया और दो नकाबपोशों द्वारा ड्राइवर कमलेश को एक कुत्ते को दुर्घटना में मारने की बात कहकर उसका ध्यान बटाने लगे। इस बीच तीसरे नकाबपोश ने टाटा मैजिक वाहन में बैठे बच्चे मौलिक साहू को अपनी ओर खिंचने का प्रयास किया, तभी आया दिव्या खुटेल की नकाबपोश पर नजर पड़ गई। आया ने नकाबपोश को रोकने का प्रयास किया। ड्राईवर कमलेश भी बाहर आया। जिससे नकाबपोशों के साथ उनकी छीनाझपटी भी हुई, लेकिन अंतत: तीन नकाबपोश बच्चे मौलिक साहू को बाइक में बैठाकर फरार हो गए थे। अपहरणकत्र्ता के संबंध में पुलिस को केवल एक सीसीटीवी फुटेज मिला था। यह सीसीटीवी फुटेज अपहरणकत्र्ता के आदर्शनगर महाराजा चौक से भागते वक्त का है। फुटेज में तीन अपहरणकत्र्ता बाइक में बच्चे मौलिक साहू को बीच में बैठाकर भागते नजर आ रहे थे।
बच्चें मौलिक साहू के पिता चंद्रशेखर साहू के पुराने विवादों एवं अन्य
पहलुओं को खंगाल रही है। पिता चंद्रशेखर से पुलिस पूछताछ में एक अधिवक्ता से विवाद की बातें सामने आई है, वहीं साहू परिवार द्वारा 4 वर्ष पूर्व धनोरा स्थित अपनी जमीन 1 करोड़ में बेचने की खबर भी सामने आई है। इन विषयों को भी पुलिस ने जांच का बिंदु बनाया है।