Punjab and Sind Bank Share Price: सरकारी बैंक के शेयरों ने निवेशकों का कराया तगड़ा नुकसान, 5 दिनों में 40% की गिरावट – NSE: PSB, BSE: 533295

Punjab and Sind Bank Share Price: पंजाब और सिंध बैंक के शेयरों ने पिछले सप्ताह निवेशकों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। शुक्रवार को बीएसई पर पंजाब और सिंध बैंक के शेयर 9% से अधिक गिरकर 27.20 रुपये पर आ गए। इस गिरावट के चलते बैंक के शेयरों में पांच दिनों में 40% से अधिक की कमी आई है। पिछले सप्ताह पंजाब और सिंध बैंक के शेयर 45.88 रुपये से गिरकर 27.20 रुपये तक पहुंच गए हैं। बैंक के शेयर 4 अप्रैल को 52 सप्ताह के नए निम्नतम स्तर पर पहुंच गए हैं।
गिरावट की वजह
पंजाब और सिंध बैंक ने शुक्रवार को 1,219 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की थी। बैंक ने अपनी क्वालिफाइड इंस्टीटूशनल प्लेसमेंट (QIP) योजना के तहत संस्थाओं को शेयर बेचकर यह धन जुटाया। इस QIP योजना के तहत बड़ा हिस्सा LIC को दिया गया, जिसमें LIC से 200 करोड़ रुपये जुटाए गए। साथ ही, कुल QIP शेयरों में से 8.2% शेयर SBI लाइफ इंश्योरेंस को दिए गए। पंजाब और सिंध बैंक ने इस योजना के तहत सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक को भी शेयर जारी किए हैं, जो शेयरों की गिरावट का मुख्य कारण बन गए हैं।
पिछले 6 महीनों में भारी गिरावट
पिछले छह महीनों में पंजाब और सिंध बैंक के शेयरों में 49% से अधिक की गिरावट आई है। 4 अक्टूबर 2024 को बैंक के शेयर 52.89 रुपये पर थे, जो अब 4 अप्रैल 2025 को गिरकर 27.20 रुपये तक पहुंच गए हैं। पिछले एक साल में बैंक के शेयरों में 58% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। इसका मतलब यह है कि बैंक के शेयर अपने 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से 60% से अधिक गिर गए हैं।
निवेशकों के लिए चिंता का विषय
पंजाब और सिंध बैंक के शेयरों में आई इस गिरावट ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है। बैंक के शेयरों का 52 सप्ताह का उच्चतम स्तर 73.62 रुपये था, जो अब 60% से अधिक गिर चुका है। अब निवेशकों को यह देखना होगा कि बैंक के शेयर कब तक इस गिरावट से उबरते हैं और क्या इसमें कोई सुधार होता है।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।