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प्रदेश में पहली बार हुई बैंक अकाउंट हैकर की गिरफ्तारी

00 पखवाड़े भर में दूसरे ऑन लाइन ठगी का खुलासा

00 अंतर्राज्यीय गिरोह के चार आरोपी नोएडा से गिरफ्तार

भिलाई। प्रदेश में पहली बार दुर्ग पुलिस ने बैंक अकाउंट हैक कर ऑन लाइन ठगी को अंजाम देने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह को दबोचने में सफलता दर्ज की है। पखवाड़े भर के भीतर पुलिस की सायबर सेल को मिली यह दूसरी सफलता है। मामले में चार आरोपियों को नोएडा उत्तरप्रदेश से दबोचकर लाया गया है। एक अभी भी फरार है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार यादव ने आज एक पत्रकारवार्ता में बताया कि पकड़ा गया गिरोह नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगारों से फिसिंग के माध्यम से बैंक अकाउंट को हैक करता था। ई नौकरी, नौकरी डॉट काम, नौकरी डॉट इन व साइन डॉट काम वेबसाइट्स के माध्यम से बैंक खातों में सेंध मारी, इस गिरोह के पढ़े लिखे सदस्य करते थे। ये सभी फर्जी साईट बनाकर नेटवर्किंग आईडी के पासवर्ड के डेटा को चोरी कर उसका उपयोग कर ठगी का काम किया करते थे,

श्री यादव ने बताया कि जामुल थाना क्षेत्र के लवकुश पिता रामनारायण (27 वर्ष) के एसबीआई खाते से नेटबैकिंग के माध्यम से 5 लाख रुपए जिसमें 4 लाख 16 हजार का एफडी तथा 86 हजार रुपए मेन बैलेंस को अज्ञात आरोपियों द्वारा अकाउंट को बैक कर निकाल लिया गया था। इसके अलावा इन्होंंने उनके ओटीपी को भी हैक कर लिये थे जिससे ओटीपी इनके मोबाईल में आ जाता था और उसके मार्फत ये रूपये उनके खाते से निकाल लेते थे। ये आरोपी सात साल से इस काम को अंजाम दे रहे थे। हरियाणा पुलिस ने इनके साईट को ब्लॉक किया हुआ है। ठगी के ये पूरे पैसे को मनाली और नेपाल घूमने व ऐश करने में खर्च करते थे।

अभी तो भिलाई के केवल एक लवकुश के ठगी के मामले का खुलासा हुआ है, इनके पास 12 हजार ऐसे लोगों के डेटा है जिनको नौकरी की जरूरत है,अंदाजा लगाया जा सकता है कि अब तक ये करोड़ों रूपये की ठगी अन्य लोगों से भी किये होंगे। इसका खुलासा पुलिस द्वारा इनको रिमांड पर लेेकर पूछताछ में ही हो पायेगा कि ये कितने लोगों को अपना ठगी का शिकार बनाये हैं।

पीडि़त लवकुश द्वारा मामले की शिकायत जामुल थाने में दर्ज कराये जाने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक गौरव तिवारी और उनकी तकनीकी टीम ने जांच शुरु की। इस जांच के आधार पर आरोपी विजेन्द्र शर्मा (28 वर्ष) मैनपुरी उत्तरप्रदेश, पवन श्रीवास्तव (20 वर्ष) बक्सर बिहार हाल निवासी नोएडा उत्तरप्रदेश, संदीप राय (21 वर्ष)  गाजियाबाद उत्तरप्रदेश, नवीन शर्मा ( 22 वर्ष) नोएडा उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार किया गया है। गिरोह का एक सदस्य देवीव्रता महापात्र (22 वर्ष) अशोक नगर दिल्ली अभी फरार है। आरोपियो के पास से एक नग वाइफाई डिवाइस, 10 नग मोबाइल फोन, पांच नग मोबाइल सिम, तीन नग एटीएम कार्ड, एक सिलवर कलर हुंडई कार, एक सेवरलेट कंपनी की क्रूज कार और एक नग लैपटाप जब्त किया गया है। पत्रकारवार्ता में एएसपी शहर रोहित झा, एएसपी ग्रामीण लखनलाल पटले, डीएसपी क्राइम प्रवीरचंद्र तिवारी, सीएसपी छावनी विश्वास चंद्राकर, सतीश पुरिया, लक्ष्मण कुमेटी, अजीत यादव, सहित इस दौरान अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद थे।

किसी को नही बताया था पासवर्ड और ओटीपी फिर भी रूपये पार-लवकुश

बैंक एकाउंट हैकरों द्वारा ठगी का शिकार हुए लवकुश ने बताया कि वह इन रूपये को अपने बहन की शादी के लिए रखे थे, इसने अपना पासवर्ड किसी को भी नही बताया था, और ये पैसा स्टेट बैंक में एफडी था, उसके बाद भी इसकी रकम पार हो गई। पकड़े गये ठग के आरोपी 12 हजार बेरोजगार लोगों का डाटा अपने पास रखे हुए थे, वैसे ही लवकुश को भी और बडी कंपनी में नौकरी लगाने के लिए फोन आया था कि आप दस रूपये देकर हमारी साईट पर रजिस्ट्रेशन करा लिजिए और मैने एचडीएफसी बैंक से रजिस्ट्रेशन कराया और उसके बाद भी मेरे स्टेट बैंक से पैसा पार हो गया। यह घटना 8 से 9 मई के बीच की है और उन्हें 13 मई को पता चला कि इनका एफडी टूट गया है, और  रकम पार हो गई है, मैने अपना ओटीपी जबकि किसी से शेयर नही किया।

आरोपियों को पकडनेवाली टीम को एसपी देंगे 20 हजार रूपये पुरस्कार

लवकुश के बैंक एकाउंट को हैक कर लाखों रूपये उडाने वाले आरोपियों को पकडऩे वाले पुलिस की टीम को एसएसपी पुरस्कृत करेंगे। पत्रकारवार्ता में एसएसपी अजय यादव ने बताया कि इन आरोपियों को पकडने वाली टीम से बेहद खुश हूं और अपनी ओर से इस टीम को 20 हजार रूपये  पुरस्कार स्वरूप दूंगा।

बैंक के गोपनीयता पर लगा प्रश्रचिन्ह

लगातार बैँक अपने यहां लोगों को खाता खुलवाने सहित अन्य सेवाएं देने के लिए ग्राहकों को  गोपनीयता का हवाला देती है कि सबकुछ हमारे यहां गोपनीय रहेगा। स्टेट बैंक सहित कई अन्य बैंक के लोग सीधे कहते हैं कि तीन नंबर का एक आईडी होता है जो बैंक के पास ही होता है, व ग्राहकों तथा बैंक के अलावा किसी को भी जानकारी नही होती, उसके बगैर कोई भी दूसरा व्यक्ति रूपये नही निकाल सकता या आनलाईन ठगी नही कर सकता या बिना ओटीपी भी रूपये नही निकाल सकता लेकिन इसके बावजूद भी जिस तरीके से लवकुश के बैंक एकाउंट और उसका ओटीपी हैक कर और वह भी फिक्स डिपोजिट को टूड्वाकर आन लाईन ठगों द्वारा उडाया गया उससे अब बैंके में रखे रूपये के सुरक्षा पर भी प्रश्र खड़ा हो गया है।

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