ई-कामर्स कंपनियों के खिलाफ आठ को रामलीला मैदान दिल्ली में होगा आंदोलन
इनके लुभावने ऑफर्स, डिस्काउंट और गलत नीतियों के कारण लगातार हो रही है दुकाने बंद
भिलाई। ऑनलाइन मार्केट यानि ई-कामर्स कंपनियों के ऑफर्स का असर देश के खुदरा व्यापारियों को हो रहा है। विशेष रूप से मोबाइल फोन व अन्य डिवाइसेस के व्यापार से जुड़े व्यापारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। ई-कामर्स कंपनियों के विरोध की कड़ी में अब भिलाई के मोबाइल व्यापारियों ने मोर्चा खोल दिया है। 8 जनवरी को ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएश व कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स द्वारा देश व्यापी आंदोलन किया जा रहा है। इसके तहत देशभर में रिटेल मोबाइल दुकानों को एक दिन के लिए बंद रख ई-कामर्स कंपनियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। दुर्ग भिलाई के मोबाइल दुकानदार भी इस आंदोलन के तहत 8 जनवरी को अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। उक्त जानकारी एक पत्रकारवार्ता में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेड के छत्तीसगढ राज्य प्रभारी एवं ट्वीनसिटी मोबाईल क्रेडिट को-ऑपरेटिव्ह सोसाइटी लिमिटेड के अध्यक्ष एवं मोबाईल रिटेलर एसोसिएशन के दुर्ग भिलाई के मोहम्मद अली हिरानी ने कही।
उन्होंने आगे कहा कि आनलाईन ट्रेड और ऑन लाईन शॉपिंग एप संचालक कंपनियों द्वारा भारतीय खुदरा बाजार को भारी क्षति पहुंचाने का काम किया जा रहा है। साथ ही ये कंपनिय भारत सरकार और आम ग्राहकों से भी छलपूर्वक छद्म व्यापार का संचालन कर रही है। जिसके प्रभाव से रिटेल बाजार की हत्या हो रही है। इसके कारण अब तक लगभग साढे 3 सौ दुकाने बंद हो चुकी है और लगातार बंद हो रही है, यदि केन्द्र सरकार इसपर जल्द खुदरा बाजार के हित में कदम नही उठायेगी और इसपर रोक नही लगायेगी तो आने वाले चुनाव तक सभी मोबाईल दुकाने बंद हो जायेगी। फ्लिपकार्ट, अमेजन सहित अन्य ई-कामर्स कंपनियों के कारण खुदरा मोबाइल व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है। यह कंपनियां लुभावने ऑफर व डिस्काउंट देकर लोगों का आकर्षित करती हैं जिससे खुदरा व्यापार पूरी तरह से तबाह हो गया है। ऑनलाइन ट्रेड व शॉपिंग के माध्यम से ई-कामर्स कंपनियां खुदरा बाजार को काफी क्षति पहुंचा रही है। इसके कारण कारण लगातार काम धंधे चौपट हो रहे है। यह कंपनियां एफडीआई का खुला उल्लंघन कर रही हैं। इसके विरोध में ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएश व कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के संयुक्त बैनर तले विरोध किया जा रहा है।
ये आनलाईन कंपनिया फारेन डायरेक्टर इनवेस्टमेंट करके अपने लॉसेज दिखाकर पैसा इंडिया से शैल आउट करवा रही है। बड़े डिस्काउंट देकर व्यापार करने वालों में टॉप 90 फीसदी टे्रड 18 अंपनिया आनलाईन के कामध्यम से देश में कर रही है। शेष 5 फीसदी रिटेल के माध्यम से व्यापार हो रहा है।
उन्होंने आगे बताया कि मोबाईल कंपनिया अपने प्रोडक्ट दूसरे माध्यम से बहुत सस्ते में दे रही है, और बहुत पहले ग्रहाकों के पास आ जाता है। वहीं प्रोडक्ट बाजार में दूसरे नाम से और मंहगा आता है। इसके वजह से मोबाईल दुकानदारों का धंधा मार खा जा रहा है और दुकाने बंद होते जा रही है, यदि यही सिलसिला चलता रहा तो एक दिन बाजार में एक भी मोबाईल की दुकाने नही मिलेगी। वहीं सेमी कंडक्ट मोबाईल के संचालक ने कहा कि मोबाईल कंपना अपना एक्सक्लूजिव प्रोडक्ट आन लाईन में दे रही है, और कम रेट में दे रही है। हमारे यह भी मांग है कि मोबाईल कंपनिया वहीं प्रोडक्ट और उसी सेम रेट में हमे भी दे। श्री हिरानी ने आगे कहा कि उसके माध्यम से मोबाईल को बहुत ही सस्ते में दे रही है। मोबाइल व्यापारियों का कहना है कि सरकार ई-कामर्स कंपनियों पर नकेल कसे और डिस्काउंट को पूरी तरह से बंद करे। यही नहीं जिस दर पर ई-कामर्स कंपनियों को एक्सक्लूजिव प्रोडक्ड उपलब्ध कराया जा रहा है उसी प्रकार खुदरा व्यापारियों के पास भी एक्सक्लूजिव प्रोडक्ट पहुंचे।
8 को दिल्ली के रामलीला मैदान में महाअधिवेशन
इनके विरोध में 8 जनवरी को दिल्ली के रामलीला मैदान में महाअधिवेशन होगा जिसमें देशभर के खुदरा व्यापारी ई-कामर्स कंपनियों के खिलाफ खड़े होंगे। प्रेसवार्ता के दौरान मोबाइल रिटेल व्यापारियों ने बताया कि नईदिल्ली में होने जा रहे महाअधिवेशन में दुर्ग भिलाई सहित प्रदेश भर के मोबाइल व्यापारी शामिल होंगे। व्यापारियों का कहना है कि ऑनलाइन ट्रेंड का सबसे बुरा असर मोबाइल के खुदरा व्यवसाय पर पड़ा है। इस पत्रकारवार्ता में प्रमुख रूप से नवसिद्धि मोबाईल के नितेश जैन, मोबाईल प्लाजा के संतोष मसीही, महावीर जैन, जलाराम टेलिकाम कें जतिन अडतिया, श्रीराम इलेक्ट्रानिक्स के चेतन अडतिया, राहुल तराले, विकास सचदेव, शंकर नवानी, अशोक दुलवानी, जतिन अडतिया,जफर भाई, ज्ञानेन्द्र प्रजापति, मेहरबान सिंह, अशोक दलवानी, कमलेश जैन, विक्की सचदेवा सहित बड़ी संख्या में मोबाईल रिटेलर शॉप के संचालक उपस्थित थे।