SBI Share Price: भारतीय शेयर बाजार में मंदी, SBI के शेयर में 0.14 फीसदी की गिरावट दर्ज – NSE: SBIN, BSE: 500112

SBI Share Price: शुक्रवार को ग्लोबल बाजार से मिले-जुले संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार ने नेगेटिव शुरुआत की। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी-50 दोनों में गिरावट आई। सेंसेक्स -191.51 अंक या -0.25% गिरकर 77,414.92 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी -72.60 अंक या -0.31% गिरकर 23,519.35 पर बंद हुआ। इस दिन बाजार में गिरावट रही, जो वैश्विक बाजार से मिले संकेतों का असर था।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का प्रदर्शन
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड (SBI) के स्टॉक में भी गिरावट देखी गई। शुक्रवार, 28 मार्च तक करीब 3:30 बजे SBI के शेयर में -0.14% की गिरावट आई और यह 771.20 रुपये पर बंद हुआ। ओपनिंग बेल पर यह 772.10 रुपये पर खुला था और दिन के हाई लेवल तक यह 778.60 रुपये तक पहुंचा। वहीं, दिन के दौरान इसका लो लेवल 767 रुपये था।
SBI के शेयर का 52-सप्ताह का उच्चतम और न्यूनतम स्तर
SBI के शेयर का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर 912 रुपये था, जबकि 52-सप्ताह का न्यूनतम स्तर 680 रुपये था। इसके बावजूद, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का कुल मार्केट कैप घटकर 6,88,534 करोड़ रुपये हो गया है। यह गिरावट बाजार के उतार-चढ़ाव को दर्शाता है, लेकिन SBI का मार्केट कैप अभी भी अच्छा है।
SBI शेयर विवरण (28 मार्च 2025)
Parameter | Value |
Current Price | 771.20 INR |
Price Change | -1.10 (0.14%) |
Time (IST) | 28 Mar, 3:30 PM |
Opening Price | 772.10 INR |
High Price | 778.60 INR |
Low Price | 767.00 INR |
Market Cap | 6.88 L Cr |
P/E Ratio | 8.68 |
Dividend Yield | 1.78% |
52-week High | 912.00 INR |
52-week Low | 680.00 INR |
SBI के शेयर का टारगेट प्राइज
SBI के शेयर का टारगेट प्राइस 1025 रुपये रखा गया है। 29 मार्च 2025 तक SBI के शेयर ने YTD रिटर्न -2.95%, 1 साल में +4.27%, 3 साल में +63.25%, और 5 साल में +318.30% रिटर्न दिया है। यह निवेशकों के लिए दीर्घकालिक दृष्टिकोण से सकारात्मक संकेत हो सकता है। इस तरह कहा जा सकता है कि भारतीय शेयर बाजार में 28 मार्च को गिरावट देखने को मिली, लेकिन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का प्रदर्शन ठीक-ठाक रहा और इसके दीर्घकालिक रिटर्न अच्छे रहे हैं।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।