छत्तीसगढ़

भोरमदेव महोत्सव के मंच पर आस्था, कला और संस्कृति का होगा अद्भुत संगम

भोरमदेव महोत्सव 2025

भोरमदेव महोत्सव के मंच पर आस्था, कला और संस्कृति का होगा अद्भुत संगम

26-27 मार्च को सजेगा मंच, बॉलीवुड, छालीवुड,भारतीय संस्कृति की अलग अलग विधाओं की होगी शानदार आयोजनों की प्रस्तुतियां

भोरमदेव महोत्सव की तैयारियां पूरी, कलेक्टर श्री वर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अंतिम तैयारियों का जायजा लिया

कवर्धा, 25 मार्च 2025। छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक, पुरातात्त्विक और धार्मिक धरोहर भोरमदेव में 26-27 मार्च को आयोजित होने वाले 29वें भोरमदेव महोत्सव की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यह महोत्सव छत्तीसगढ़ की समृद्ध कला, संस्कृति और परंपराओं सहित ऐतिहासिक महत्व के स्थलों की ख्याति और वैभव, समृद्ध इतिहास को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की श्रृंखला को आगे बढ़ाएगा।

इस बार के भोरमदेव महोत्सव में देशभर के प्रख्यात कलाकारों की प्रस्तुतियां होंगी। भजन संध्या में अंतराष्ट्रीय सुप्रसिद्ध भजन गायक श्री हंसराज रघुवंशी अपनी मधुर आवाज से शिव भक्ति की महिमा भजनों की शानदार प्रस्तुतियां देंगे। छत्तीसगढ़ी लोक संगीत में पद्मश्री अनुज शर्मा की प्रस्तुति महोत्सव को खास बनाएगी, वहीं सुपर डांसर फेम अनिल टांडी का डांस परफॉर्मेंस दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगा। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ी लोक कला मंच ‘गहना गांठी’ के माध्यम से श्री प्रमोद सेन एवं उनके साथी लोककला की झलक प्रस्तुत करेंगे।

महोत्सव की तैयारियां पूरी, कलेक्टर ने किया निरीक्षण

महोत्सव की व्यवस्थाओं को लेकर कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्थल निरीक्षण कर अंतिम तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था, अतिथियों के स्वागत, दर्शकों की बैठक व्यवस्था, वाहन पार्किंग, पेयजल, बिजली और स्वच्छता जैसी सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए। उनके साथ जिला पंचायत सीईओ, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, नगर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ सिंह करेंगे, 29वां भोरमदेव महोत्सव का शुभारंभ

29वां भोरमदेव महोत्सव का विधिवत शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा करेंगे। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री टंकराम वर्मा, सांसद श्री संतोष पाण्डेय, पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।

समापन समारोह 27 मार्च को होगा, जिसमें मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता भी उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा करेंगे।

भोरमदेव महोत्सव 2025 : 26 एवं 27 मार्च को भक्ति, कला और संस्कृति का भव्य संगम

प्राचीन धरोहर भोरमदेव में सजेगा सांस्कृतिक उत्सव, भजन संध्या और लोक नृत्य होंगे मुख्य आकर्षण

कवर्धा। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा छत्तीसगढ़ में पुरातत्व, धार्मिक, आध्यत्म,पर्यटन, कला संस्कृति ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को सहेजने तथा पुरातत्व महत्व के स्थलों की ख्याति को और बढाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है। मुख्यमंत्री के मंशानुरूप उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देशन में कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के कुशल मार्गदर्शन में कबीरधाम जिले के ऐतिहासिक महत्व के स्थल भोरमदेव महोत्सव का 29 वां महोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई है। 26 एवं 27 मार्च को आयोजित इस दो दिवसीय भोरमदेव महोत्सव में देश के अलग अलग राज्यो की कला, संस्कृति की छटा बिखरेगी। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ी लोककला, पारंपरिक नृत्य और भक्ति संगीत की अनुपम प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी। भोरमदेव मेला परिसर में होने वाले इस भव्य आयोजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

भोरमदेव महोत्सव पहले दिन 26 मार्च को महोत्सव का शुभारंभ शाम 4:00 बजे कबीरधाम जिले के स्कूली बच्चों की विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से होगा। इसके बाद बैगा नृत्य, बांसुरी वादन और कथक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियां दर्शकों को छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराएंगी। श्रीमती बसंता बाई एवं साथी द्वारा प्रस्तुत बैगा नृत्य, श्रीमती गितिका बांसुरीली के बांसुरी वादन और कुमारी ईशिका गिरी, सुश्री आशना दिल्लीवार एवं सुश्री रीति लाल के कथक नृत्य दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देंगे।
रात्रि को होने वाली भजन संध्या इस महोत्सव का प्रमुख आकर्षण होगी। भजन संध्या में सुप्रसिद्ध भजन गायक श्री हंसराज रघुवंशी (मुंबई) अपनी भक्ति संगीतमयी प्रस्तुतियों से वातावरण को भक्तिमय बना देंगे। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध गायक श्री अनुराग शर्मा (रायपुर) अपनी लोक एवं पार्श्व संगीत की प्रस्तुति देंगे।
इसके बाद देर रात तक चलने वाले कार्यक्रमों में गहना गांठी लोक कला मंच के प्रसिद्ध कलाकार श्री प्रमोद सेन और उनके साथी तथा राजकुमार जायसवाल और उनके नाचा दल छत्तीसगढ़ी लोक कला का जीवंत प्रदर्शन करेंगे।

भोरमदेव महोत्सव का दूसरा दिन 27 मार्च को छत्तीसगढ़ी लोक विधाओं और आधुनिक प्रस्तुतियों का भव्य समागम लोकगायन, नृत्य और रंगारंग कार्यक्रमों से सजेगा दूसरा दिन

भोरमदेव महोत्सव 2025 का दूसरा दिन 27 मार्च छत्तीसगढ़ी लोक विधाओं और आधुनिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के शानदार प्रदर्शन का साक्षी बनने जा रहा है। भोरमदेव मेला परिसर में आयोजित इस सांस्कृतिक संध्या में छत्तीसगढ़ के प्रख्यात लोक कलाकार और आधुनिक कला मंच के दिग्गज अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

महोत्सव की शुरुआत शाम 04:00 बजे कबीरधाम जिले के स्कूली बच्चों द्वारा विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम से होगी। इसके बाद बैगा नृत्य (नागा बैगा दल), गेड़ी दल का रोमांचक प्रदर्शन और लोक कलाकार श्री दानी वर्मा की लोक प्रस्तुति महोत्सव को पारंपरिक छत्तीसगढ़ी रंग में रंग देंगे।
श्री राकेश शर्मा का भजन एवं सूफी गायन इस महोत्सव में भक्ति संगीत की मिठास घोलने का काम करेगा। इसके बाद प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा आधुनिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का क्रम शुरू होगा।
रात्रि में होने वाले मुख्य आकर्षणों में शामिल हैं: सुपर डांसर एम. सोनी (टीवी प्रस्तुति),पद्मश्री अनुज शर्मा (छत्तीसगढ़ी लोक गीतों की प्रस्तुति),श्री दुष्यंत हरमुख (रंगझरोखा कला मंच, भिलाई नगर)
इसके अलावा, श्री विष्णु साहू, श्री रज्जू चंद्रवंशी ‘मनचला’ और श्री विष्णु यादव की लोक प्रस्तुतियां समापन समारोह को अविस्मरणीय बनाएंगी।

छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को मिलेगा नया आयाम

भोरमदेव महोत्सव के माध्यम से न केवल प्रदेश की लोकसंस्कृति और कला को राष्ट्रीय मंच मिलेगा, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। भोरमदेव मंदिर परिसर को छत्तीसगढ़ का खजुराहो कहा जाता है, और यह आयोजन इस धरोहर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का कार्य करेगा।
इस अवसर पर हस्तशिल्प प्रदर्शनी, पारंपरिक व्यंजन स्टॉल और स्थानीय कलाकारों के कला प्रदर्शन भी आकर्षण का केंद्र होंगे। इससे न केवल स्थानीय कारीगरों को मंच मिलेगा बल्कि उनकी कला को भी नई पहचान मिलेगी।

कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने बताया कि महोत्सव को सुव्यवस्थित और भव्य बनाने के लिए सभी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित की गई है और श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए पुलिस बल और स्वयंसेवी दलों को भी तैनात किया गया है।

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