पशु क्रूरता के विरोध में पत्रकार पर हमला – क्या इंसानियत को कुचलने की मिलेगी सजा?

भिलाई में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है! जब एक पत्रकार ने मासूम जानवरों पर हो रही क्रूरता के खिलाफ आवाज उठाई, तो एक नामी स्कूल के प्रिंसिपल और उसके साथी ने न केवल गाली-गलौज की, बल्कि उस पर शारीरिक हमला भी किया। मोबाइल छीनने, मुक्के मारने और खुलेआम अपमानित करने जैसी घटनाएँ क्या हमारे समाज में अब आम हो गई हैं?
क्या एक शिक्षक को करुणा और नैतिकता का उदाहरण नहीं बनना चाहिए? अगर शिक्षा देने वाला ही हिंसा और दमन का समर्थक होगा, तो समाज किस दिशा में जाएगा?
यह सिर्फ एक पत्रकार पर हमला नहीं है, यह सच्चाई की आवाज दबाने की कोशिश है। अगर आज हम चुप रहे, तो कल हर वो व्यक्ति निशाना बनेगा जो सही के लिए खड़ा होता है।
अब समय है कि हम न्याय की माँग करें! इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और समाज में एक कड़ा संदेश जाए कि पशु क्रूरता और हिंसा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।