छत्तीसगढ़

बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद 27 सौ मुर्गे-मुर्गियां 12 हजार चूजे, 30 हजार अंडों को किया नष्ट

 

सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़- बैकुंठपुर जिला मुख्यालय स्थित शासकीय पोल्ट्री फार्म में बीते दो सप्ताह से एवियन इन्फ्लूएंजा उदभेद बर्ड फ्लू की पुष्टि भोपाल स्थित बर्ड फ्लू परीक्षण प्रयोगशाला एवं राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग परीक्षण संस्थान ने की है। जिसके बाद से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। पशु, स्वास्थ्य एवं जिला प्रशासन बीते तीन दिनों से हरकत में है। वहीं पशु विभाग को जांच रिपोर्ट मिलते ही 12 घंटे के भीतर 27 सौ मुर्गे-मुर्गियां, 12 हजार चूजे और 30 हजार अंडों को नष्ट कर दिया गया है। वहीं एक किमी के दायरे में सर्वे कर करीब साढ़े चार सौ मुर्गे-मुर्गियों को नष्ट कर आम लाेगों को 14 हजार रुपए मुआवजा वितरण किया गया है।

जानकारी के अनुसार बीते 7 दिसंबर से हेचरी में मुर्गियों के मरने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिला मुख्यालय में संचालित हेचरी में इतनी बड़ी मात्रा में मुर्गे-मुर्गियों की मौतों होने का मामला दूसरी बार सामने आया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने भोपाल बर्ड फ्लू परीक्षण प्रयोगशाला राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग परीक्षण संस्थान से आई रिपोर्ट के बाद हेचरी में रखे मुर्गे, मुर्गियों, अंडे समेत चूजे व आहार को नष्ट करने के निर्देश दिए। बर्ड फ्लू से होने वाले इंफेक्शन की जांच करने तीन से दस किमी के क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों की जांच करने में जुट गई है। 24 दिसम्बर को रायपुर से आई टीम ने तीन सौ घरों की जांच की है। अच्छी बात यह रही कि अभी तक जांच में कोई भी संक्रमित नहीं मिला है।

वहीं दूसरी ओर कलेक्टर के निर्देश पर एक किमी के क्षेत्रफल में 8 सौ मुर्गे-मुर्गियाें को जब्त कर नष्ट कर दिया गया है। इसके लिए जिन लोगों से मुर्गे-मुर्गियां जब्त की गई हैं, उन्हें करीब 14 हजार रुपए मुआवजा दिया गया है।

3 से 10 किमी के क्षेत्र में किया जा रहा सर्वे
सीएमएचओ डा.रामेश्वर शर्मा ने बताया कि भारत में बर्ड फ्लू के जांच की सुविधा फोर्थ लेवल लैब पूना में ही है। संदिग्ध के मिलने पर सैम्पल लेकर पूना भेज दिया जाएगा। वहीं अभी तक तीन सौ घर में सर्वे का काम 24 दिसम्बर को पूरा कर लिया गया है। वहीं 3 से 10 किमी के रेडियस में सर्वे चल रहा है। रायपुर से चार काॅलेज के डिप्टी डायरेक्ट समेत प्रोफेसर की टीम भी यहां काम कर रही है।

रोकथाम के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं
पशु विभाग के उप संचालक डा.आरए.बघेल ने बताया कि वायरस कैसे आया यह पता लगाना मुश्किल है लेकिन इसके रोकथाम के लिए जो भी उपाय करना जरूरी होगा।वह सबकुछ कर रहे है। हेचरी के मुर्गे-मुर्गियों, अंडे, उनके आहार को भी नष्ट किया जा रहा है।

लोगाें में संक्रमण की हो रही जांच
कलेक्टर डोमन सिंह ने बताया कि मुर्गी, अंडा व बतख खाने से कुछ दिन के लिए लोग परहेज करे। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की अोर से हेचरी से लगे क्षेत्र में स्थित घरों का सर्वे कर लोगों में संक्रमण की जांच की जा रही है। अभी तक बर्ड फ्लू से संक्रमित कोई भी व्यक्ति नहीं मिला है।

कार्रवाई के लिए रायपुर से डॉक्टरों की टीम पहुंची
पहली बार 7 दिसंबर को हेचरी में अचानक मुर्गे-मुर्गियों की मौत हुई। जिसके बाद हेचरी से सप्लाई बंद कर दी गई। 8 दिसंबर को विभाग ने इसका सैंपल मप्र के जबलपुर स्थित पशु चिकित्सा लैब भेजा। यहां जांच में सीआरडी रोग की पुष्टि हुई। उपचार के लिए दवाइयां दी गईं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद इंडियन वेटरनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट सैंपल भेजा गया, यहां रिपोर्ट में बैक्टिरीयल इंफेक्शन की जानकारी दी गई। हालात नही संभले तो राज्य सरकार को सूचना दी गई है। दुर्ग से पशु चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर को जिले में भेजा गया। पशु चिकित्सा संस्थान की टीम ने हेचरी पहुंचकर जांच की और इसके सेंपल भोपाल बर्ड फ्लू परीक्षण प्रयोगशाला राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग परीक्षण संस्थान भेजे और 24 दिसंबर रिपोर्ट राज्य शासन को भेजी गई।

राज्य सरकार के निर्देश पर 24 दिसंबर को सवा चार बजे सुबह आरआरटी यानी रैपिड रिस्पांस टीम बनाकर 27 सौ मुर्गे मुर्गियां, 12 हजार चूजे और 30 हजार अंडों को नष्ट करने की कार्रवाई की गई। यही नहीं 40 क्विंटल कुक्कुट आहार को भी नष्ट कर दिया गया।

 

 

 

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