दुनिया के लिए आज भी प्रेरणा स्रोत हैं महात्मा गांधी के सिद्धांत : धर्माणी
भूपेंद्र साहू की रिपोर्ट बिलासपुर)। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने घुमारवीं नगर परिषद परिसर में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने गांधीजी के जीवन, विचारों और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को याद किया। धर्माणी ने कहा कि महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत आज भी पूरी दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत दो मिनट के मौन से हुई, जिसके माध्यम से उपस्थित लोगों ने राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। उपस्थित नागरिकों ने महात्मा गांधी के सिद्धांतों को आत्मसात करने और समाज में प्रेम, अहिंसा और एकता को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। धर्माणी ने कहा कि महात्मा गांधी ने न केवल भारत की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि उन्होंने दुनिया को शांति, सहिष्णुता और समानता का संदेश भी दिया। उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान थे। उन्होंने लोगों से गांधीजी के आदर्शों को अपनाने और समाज में शांति व भाईचारे को बढ़ावा देने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने युवाओं से विशेष अपील की कि वे महात्मा गांधी के स्वदेशी, स्वच्छता और आत्मनिर्भरता के सिद्धांतों को अपनाकर देश के विकास में योगदान दें। उन्होंने कहा कि गांधीजी का जीवन दर्शन हमें सिखाता है कि सच्ची सेवा और निष्ठा से ही राष्ट्र को सशक्त बनाया जा सकता है। इस अवसर पर नगर परिषद की अध्यक्षा रीता सहगल, उपाध्यक्ष श्याम शर्मा, पार्षद राकेश, कपिल और मदन सहित एपीएमसी के अध्यक्ष सतपाल, प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षक, विद्यार्थी एवं स्थानीय गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।