Kaaran Shatakam : प्रत्येक बुधवार सुनें ‘कारण षट्कम’, ऐसे दिव्य मन्त्रों का उच्चारण जिसे सुनने मात्र से ही होंगे चमत्कारी लाभ
Kaaran Shatakam : भगवान् श्री कृष्ण की लीलाएं अद्भुत और अत्याधिक मनमोहक हैं। वह स्वयं ही सभी कारणों के कारण हैं। ‘कारण षट्कम’ अत्याधिक शक्तिशाली मंत्र है जो आत्मा को शुद्ध करता है। जिसका उच्चारण महान ऋषि मुनि भी करते हैं। इससे कान्हा की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
Kaaran Shatakam : आईये यहाँ प्रस्तुत है दिव्य ‘कारण षट्कम’
मम जीवनस्य जीवनम्
उद्भाषितं नित्यशोभनम्
त्वमेव देवं त्वमेव सर्वम्
हृदि स्थिते सदा धारणम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ १॥
Kaaran Shatakam
मम हृदयस्य हृदयम्
सत्भाषितं नित्य सदयम्
त्वमेव पूर्णं त्वमेव स्वर्णम्
प्रेमम् आनंदं अद्भुदयम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ २ ॥
Kaaran Shatakam
मम विचारस्य विचारम्
सद्भाव हॄद्भाव संचारम्
त्वमेव सत्यं त्वमेव नित्यम्
स्मृति ज्ञानं सर्व आधारम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ ३ ॥
Kaaran Shatakam
मम शरीरस्य आधारम्
त्वमेक नित्य निराधारम्
त्वमेव धर्मं त्वमेव कर्मम्
सर्वसूत्रस्य सूत्रधारम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ ४ ॥
Kaaran Shatakam
मम सर्व सुख दायकम्
नित्यसुधा वेणु गायकम्
त्वमेव कर्ता त्वमेव धर्ता
माता पिता आत्मनायकम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ ५ ॥
Kaaran Shatakam
मम दिव्य नन्दनंदनम्
आनंदकंद सुचंदनम्
त्वमेव स्वामी हे अन्तर्यामी
सर्व हॄदयस्य स्पंदनम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ ६ ॥
॥ इति श्री कृष्णदासः विरचित कारण षटकम् सम्पूर्णम् ॥
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