CG Nagriya Nikay Chunav 2025: निगम-पालिका के चुनाव एक चरण तो पंचायत चुनाव तीन चरणों में होगा संपन्न.. निकाय चुनाव को लेकर सामने आई बड़ी खबर..
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रायपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश में प्रस्तावित नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने बड़ा संकेत दिया है। मीडिया से हुई चर्चा में उन्होंने बताया है कि नगरीय निकाय चुनाव एक दिन में संपन्न होगा जबकि पंचायत चुनाव तीन चरणों में होंगे। (Kab Honge Chhattisgarh mein Nagriya Nikay Chunav?) हालांकि चुनावों की तारीख क्या होगी और राज्य का निर्वाचन आयोग कब आदर्श आचार संहिता का ऐलान करेगा यह अभी भी साफ़ नहीं है।
छत्तीसगढ़ में कब होंगे नगरीय निकाय चुनाव?
दरअसल राजिम और दंतेवाड़ा के प्रवास से लौटने के बाद सीएम साय राजधानी में मीडियाजनों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि, नक्सली ब्लास्ट में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने दंतेवाड़ा गए थे।
सिंहदेव को जवाब
पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के बयान कि, “अंबेडकर जी ने सामाजिक अपेक्षा और छुआछूत की वजह से धर्म परिवर्तन किया था” इसका जवाब देते हुए सीएम सायजितना मान और सम्मान भाजपा की सरकार ने बाबा साहेब अंबेडकर को दिया है उतना कांग्रेस ने कभी नहीं दिया। (Kab Honge Chhattisgarh mein Nagriya Nikay Chunav?) कांग्रेस ने तो हमेशा उनका अपमान किया जबकि पीएम नरेंद्र मोदी उनके नाम पर तीर्थ स्थलों की शुरुआत कर रहे है।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तरीके घोषित होने से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, केजरीवाल भूल जाएं वो इस बार नहीं आने वाले है।
शहीदों को किया नमन
आज दंतेवाड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय में बीजापुर में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी शहादत को सलाम किया। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “कल बीजापुर जिले के कुटरू क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा किए गए आईईडी ब्लास्ट के चपेट में आने से डीआरजी के 8 जवान सहित एक वाहन चालक शहीद हो गए। (Kab Honge Chhattisgarh mein Nagriya Nikay Chunav?) आज दंतेवाड़ा पहुंच, हमारे वीर जवानों के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी। शहीद जवानों के परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त किया।
TS Singh Deo on Bijapur Naxalite attack: यह कायराना हमला न केवल हमारे जवानों पर, बल्कि लोकतंत्र और शांति के मूल्यों पर प्रहार है। जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। नक्सलियों के खात्मे के लिए अभियान निरंतर जारी रहेंगे। किसी भी हाल में हिंसा और आतंक को सहन नहीं किया जाएगा। हमारी सरकार बस्तर संभाग में शांति स्थापित करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है और मार्च 2026 तक प्रदेश में नक्सलवाद समाप्त होकर ही रहेगा।