स्मार्ट मीटर के लफड़े से अब मिलेगी मुक्ति! इस कॉलेज के छात्रों ने लगाया अनोखा जुगाड़, जानें पूरी प्रक्रिया

वैशाली:- देश में बिजली का बिल एक बड़ी समस्या है और लोगों के मूलभूत समस्याओं में से एक है. आलम यह है कि बिजली फ्री होने के नाम पर राज्य की सरकारें तक बदल जा रही हैं, लेकिन बिजली की खपत के कारण बिजली कंपनी पर दबाव बनता रहता है. ऐसे में अब समय आ गया है कि बिजली के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बना जाए. जिस तरफ वैशाली के बेलसर में स्थित एक पॉलिटेक्निक कॉलेज ने तेजी से कदम बढ़ा दिया है और पूरा कॉलेज ना सिर्फ खुद के लिए बिजली उत्पादन कर रहा है, बल्कि बिजली विभाग को भी बिजली सप्लाई कर रहा है.हर कोई बिजली के क्षेत्र में बने आत्मनिर्भरइसके बारे में कॉलेज के प्रिंसिपल से लेकर इंजीनियर तक बताते हैं कि बिजली की खपत और इसके उत्पादन की समस्या को देखते हुए अब समय आ गया है कि हर कोई बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने. उन्होंने बताया कि पॉलिटेक्निक कॉलेज ने सोलर प्लेट के माध्यम से बिजली की परेशानी से निपटने का तरीका ढूंढ लिया है और पिछले दो साल से कॉलेज खुद 120 किलोवाट बिजली का उत्पादन कर रहा है. सोलर प्लेट के जरिये सूर्य की किरण से 120 किलोवाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है, जिससे कॉलेज का बिजली चार्ज फ्री हो गया हैसूर्य की किरण को एनर्जी में करता है कन्वर्टकॉलेज के कुणाल गौरव ने Local 18 को बताया कि सोलर का एक पैनल 330 वाट का होता है, जिसे फोटो वोल्टिक सेल बोला जाता है, जो सूर्य की किरण को एनर्जी में कन्वर्ट करता है. इसे हमलोग बिजली के रूप में इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने बताया कि इस संस्थान के छत पर 120 किलोवाट का सोलर पैनल लगा हुआ है, जो अधिकतम 120 किलोवाट का बिजली उत्पादन करता है. जितना उत्पादन हमलोग करते हैं, उसे हमलोग बिजली ग्रिड को देते हैं और जो बिजली हम ग्रिड से लेते हैं, दोनो के अंतर को घटाकर लगभग 40 हजार रुपया सरकार से बिजली बिल में छूट भी मिल जाया करता है. इससे ना सिर्फ बिजली की खपत का बोझ कम हो गया है, बल्कि बिजली को लेकर हमलोग आत्मनिर्भर भी बन गए हैं.