इस बार तलाबों में नही होगा छठ पूजा का आयोजन, This time Chhath Puja will not be organized in Talab

कोरोना के मद्देनजर भीड़ से बचने बैठक में समाज प्रमुखों ने लिया निर्णय
घर की छत पर जलकुंड बनाकर दिया जाएगा अघ्र्य
भिलाई। दीपावली के छठवें दिन मनाया जाने वाला छठ महापर्व इस बार अलग तरीके से मनेगा। पहली बार ऐसा होगा कि छठ व्रतधारी तालाबों में जाकर कोई भी विधान संपन्न नहीं कर पाएंगे। कोविड-19 को देखते हुए जिला व पुलिस प्रशासन ने छठ पर्व अनुयायियों के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया। इस निर्णय के साथ घर के छत पर जलकुंड बनाकर छठ पर्व के विधान पूरे करने का सुझाव दिया गया है।
पुलिस कंट्रोल रूम भिलाई में आज दोपहर आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बिहार व पश्चिमी उत्तरप्रदेश मूल के स्थानीय परिवारों द्वारा दीपावली के बाद मनाये जाने वाले छठ पर्व को लेकर चर्चा उपरांत अहम निर्णय लिया गया। छठ पर्व में व्रती महिला व पुरुष अस्त होते सूर्यदेव को प्रथम तथा अगली सुबह उगते सूर्यदेव को द्वितीय अघ्र्य देने तालाब पहुंचते हैं। भिलाई-दुर्ग सहित आसपास के भिलाई-3, चरोदा, जामुल व कुम्हारी में पारम्परिक आस्था के साथ छठ पर्व में तालाबों पर अपार जनसैलाब उमड़ता है। इस बार कोविड-19 के चलते प्रशासन नहीं चाहता कि तालाबों में छठ पर्व मनाने लोगों की भीड़ जुटे। इसी के लिए आज पुलिस कंट्रोल रूम भिलाई में बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर रोहित झा, एडीएम प्रकाश सर्वे, एडीएम बीबी पंचभाई, एसडीएम ज्योति पटेल, सीएसपी भिलाई नगर आरके जोशी, सीएसपी छावनी विश्वास चंद्राकर विशेष रूप से उपस्थित थे। जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से सामाजिक प्रतिनिधियों, संगठन प्रमुख तथा कुछ पार्षदों को आमंत्रित किया गया था। जिसमें भोजपुरी परिषद के प्रभुनाथ बैठा, श्रीराम जन्मोत्सव समिति के बुद्धन ठाकुर, क्षत्रिय कल्याण सभा भिलाई नगर के सचिव अरविंद सिंह, पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा, पीयूष मिश्रा, मनोज यादव सहित सुभाष शर्मा, बीरेन्द्र यादव, शिवाजी सिंह आदि शामिल है।
जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से कहा गया कि छठ पर्व का आयोजन तालाबों में किए जाने से भीड़ का उमडऩा कोविड-19 के लिहाज से खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए बेहतर होगा कि छठ पर्वधारी परिवार अपने अपने घर के छत पर जलकुंड बनाकर सूर्यदेव को अघ्र्य दिए जाने का विधान पूरा करे। मौके पर मौजूद सभी जनप्रतिनिधियों एवं समाज प्रमुखों ने प्रशासन के सुझाव पर इस बार गाइड लाइन के अनुसार घर में ही छठ पर्व मनाने की सहमति प्रदान की।
पहली बार आयोजन नहीं करने बैठक
पुलिस कंट्रोल रूम में त्योहार या पर्व विशेष पर उसे सौहाद्र्रपूर्ण तरीके से मनाने को लेकर बैठक आयोजित करने की परंपरा रही है। लेकिन पहली बार आज ऐसा हुआ कि किसी त्योहार पर उसकी परंपरा के अनुसार आयोजन नहीं करने के लिए बैठक रखा गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर रोहित झा ने इस बात को बैठक में विशेष रुप से रेखांकित करते हुए बताया कि शायद देश और प्रदेश में ऐसा पहली बार हो रहा कि पर्व नहीं मनाने के लिए समाज प्रमुखों और जनप्रतिनिधियों को पुलिस कंट्रोल रूम में आमंत्रित किया गया है।