छत्तीसगढ़

एसईसीएल ने वित्त वर्ष 24-25 की पहली छमाही में 400 से अधिक भू-स्वामियों को दिया रोजगार* *पिछले वित्त वर्ष की तुलना में भू-स्वामियों के रोजगार में 56% की बढ़ोत्तरी*

*एसईसीएल ने वित्त वर्ष 24-25 की पहली छमाही में 400 से अधिक भू-स्वामियों को दिया रोजगार*
*पिछले वित्त वर्ष की तुलना में भू-स्वामियों के रोजगार में 56% की बढ़ोत्तरी*छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र साहू ब्यूरो रिपोर्ट
देश की सबसे बड़ी कोयला कंपनियों में से एक एसईसीएल भू-स्वामियों के हितों की रक्षा के लिए लगातार प्रयासरत है। एसईसीएल द्वारा चालू वित्त-वर्ष की पहली छमाही में 414 लोगो को भूमि-अधिग्रहण के एवज़ में रोजगार स्वीकृति प्रदान की गई है।पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में एसईसीएल ने परियोजना-प्रभावित भू-स्वामियों के रोजगार में 56% की बढ़ोत्तरी दर्ज की है। पिछले वित्त वर्ष 23-24 की पहली छमाही में कंपनी ने 265 लोगों को रोजगार प्रदान किया था।सीएमडी डॉ प्रेम सागर मिश्रा के मार्गदर्शन में एसईसीएल संवेदनशील प्रबंधन – संवादशील प्रबंधन के मंत्र के साथ भू-स्वामियों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ रही है। कंपनी द्वारा अप्रैल 2022 से अब तक लगभग 1800 से अधिक भू-स्वामियों को रोजगार स्वीकृति प्रदान की गई है।वित्तीय वर्ष 22-23 की बात करें तो कंपनी द्वारा 704 भू-स्वामियों को रोजगार प्रदान किया गया है वहीं पिछले वित्तीय वर्ष 23-24 में 707 भू-स्वामियों को रोजगार प्रदान किया गया जोकि पिछले 10 वर्षों का सर्वाधिक आंकड़ा है।
182 आश्रितों को भी मिली नौकरीकर्मियों के आश्रितों को रोजगार की दिशा में तत्परता से काम करते हुए एसईसीएल द्वारा वित्त वर्ष 24-25 में अप्रैल से अब तक 182 आश्रितों को भी नौकरी प्रदान की गई है।कोयला कंपनियों के लिए भूमि ही उत्पादन का मूल आधार है और खदानों से उत्पादन बढ़ाने के लिए समय रहते भूमि-अधिग्रहण करना बेहद आवश्यक है।एसईसीएल भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को सरल और तेज़ बनाते हुए भूस्वामियों को त्वरित रोजगार एवं समुचित बसाहट के लिए निरंतर प्रयासरत है। कंपनी ने अपनी मेगापरियोजनाओं गेवरा, दीपका एवं कुसमुंडा में विशेष आर एंड आर पैकेज लागू किया गया है जिसमें भू-स्वामियों को बेहतर मुआवजा मिल रहा है। इस पहल के सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं।निदेशक (कार्मिक) श्री बिरंची दास ने इस उपलब्धि के लिए पूरी टीम को बधाई दी।

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