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हथखोज की फेब्रिकेशन फैक्ट्री में बड़ा हादसा, लोहे का ब्रैकेट गिरने से महिला की हुई मौत

भिलाई / भिलाई के हथखोज की फेब्रिकेशन फैक्ट्री में महिला सुरेखा चौधरी  के ऊपर लोहे का ब्रैकेट गिरने से मौके पर उसकी मौत हो गई, मजदूरों ने बताया की हाइड्रा में लोहे का ब्रेकेट सही ढंग से नही बंधा था, जो निचे काम कर रही महिला पर गिरा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई, मामला मयूरा रेल पार्क फेक्ट्री का है जहा महिला काम कर रही थी, घटना के बाद महिला को लेकर मजदूर भिलाई के निजी अस्पताल बीएमशाह पहुचे, जहा डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया, बताया जा रहा है, कि प्रबंधन की बड़ी लापरवाही से महिला की मौत हो गई, लेकिन प्रबंधन ने अस्पताल तक आना भी जरुरी नहीं समझा, साथी कर्मचारी किसी तरह महिला को लेकर अस्पताल पहुचे थे, मृतिका के भाई ने बताया कि उसकी बहन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, लेकिन प्रबंधन के द्वारा महिला की मौत अस्पताल में होने की झूठी खबर फ़ैलाने की कोशिश की गई, आपको बता दें कि मयूरा रेल पार्क फेक्ट्री में दुर्घटना का यह कोई नया मामला नहीं है । सेफ्टी को किसी भी प्रकार से मानकों का ध्यान नहीं दिया जाता है । घटना के दिन भी प्रबन्धन के द्वारा बगैर सेफ्टी मानक के गलत तरीके से हाइड्रा में लोहे का ब्रेकेट बांधकर एरक्शन वर्क में वेल्डिंग का काम किया जा रहा था, जिसकी जानकारी निचे काम कर रहे मजदूरों को नहीं दी गई थी, जिसक लापरवाही के चलते आज एक महिला की मौत हो गई, महिला के पति का पहले ही देहांत हो चूका है अब महिला की मौत के बाद उसके दो बच्चे यतीम हो गए, वो बच्चे जिनका वो काम करके पालन पोषण कर रही थी, अब क्योकि पालन पोषण करने वाली ही चली गई, तो बच्चों का भविष्य अब अन्धकार में जाता नजर आ रहा है, अब देखना होगा की, प्रबंधन की इस बड़ी लापरवाही पर प्रशासन किस तरह से कार्यवाही करता है, इसके साथ ही यह भी देखना होगा की महिला की मौत होने के बाद उसके दो यतीम हुए बच्चों की परवरिश को लेकर प्रबंधन और जिला प्रशासन किस तरह से राहत पहुचाने का कार्य करते है । फिलहाल जामुल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और विवेचना में जुट गई है ।

इस मामले को लेकर सेफ्टी विभाग के संभाग उपसंचालक आशुतोष पाण्डेय ने बताया की एक सप्ताह पहले मयूरा रेल पार्क फेक्ट्री की जांच उन्होंने की थी, जहा बड़ी अनियमितिता देखने को मिली थी, जिसके चलते तत्काल काम को बंद करने उनके द्वारा कंपनी को नोटिस भी जारी किया था, उनका कहना था की नोटिस देने के बावजूद भी कंपनी के द्वारा काम किये जाने के बाद घटना हुई है, जिसपर उन्होंने कारखाना अधिनियम के तहत कार्यवाही किये जाने की बात कही ।

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