24 घंटे के अंदर ही सनसनीखेज हत्याकांड का पर्दाफाश हत्यारे हुए गिरफ्तार

भिलाई | बीस हजार रुपये के लिए 2 लोगों ने एक निजी स्कूल संचालक एवं उसके अकाउंटेंट की हथौड़ी मारकर बडी ही बेरहमी से दिनदहाड़े हत्या कर दी पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही इस सनसनीखेज हत्याकांड के ऊपर से पर्दाफाश कर दोनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है । दुर्ग एस पी अजय यादव ने पूरे मामले का खुालासा करते हुए बताया कि मामले का मुख्य आरोपी पुरेन्द्र साहू स्कूल संचालक वियजनंदा वानखेड़े व आनंद बीबे से काफी परेशान हो गया था। विजयनंदा वानखेड़े आरोपी पुरेन्द्र को पास कराने के एवज में 20 हजार रुपए मांग रहा था । इसके लिए वह उसे लगातार परेशान कर रहा था। पुलिस के मुताबिक मृतक वानखेड़े व आनंद बीबे आरोपी के दादा को उनके घर जाकर परेशान कर रहा था। इस बात से व्यथित होकर उसने पूरी प्लानिंग के साथ हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने मामले में तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। शव मिलने के बाद पहले मृतकों की शिनाख्त की गई उसके बाद अंडा क्षेत्र में तस्दीक की गई कि मृतक अंतिम बार कहां देखे गए थे। पूछताछ में दो लड़कों के साथ देखे जाने की जानकारी मिली ओर इसी आधार पर पुलिस ने पुरेन्द्र साहू व उसके नाबालिग साथी को गिरफ्तार किया।
एसपी अजय यादव के मुताबिक लेनदेन का यह मामला महज 20 हजार रुपए का है। पुरेन्द्र साहू 10 वीं कक्षा में फेल हो गया था। पुरेन्द्र साहू 2018 में विजयनंदा वानखेड़े व आनंद बीबे के संपर्क में आया। दोनों ने पुरेन्द्र को पत्राचार के माध्यम से पास कराने का भरोसा देते हुए सौदा किया। पुरेन्द्र ने पत्राचार से परीक्षा दी और पास हो गया। पुरेन्द्र साहू का कहना है कि वह अपने दम पर पास हुआ है। वहीं विजयनंदा वानखेड़े व आनंद बीबे दावा किया कि पुरेन्द्र को उन्होंने पास कराया। इसके एवज में विजयनंदा व आनंद ने पुरेन्द्र से 20 हजार रुपए की मांग की। आरोपी पुरेन्द्र के मुताबिक वह रुपए देने में असमर्थ था जबकि दोनों लगातार फोनकर व उनके घर पहुंचकर 20 हजार के लिए धमकाते थे ।
लगातार धमकियों से परेशान पुरेन्द्र साहू ने हत्या की प्लानिंग की। इसके लिए उसने अपने एक नाबालिग दोस्त को साथ लिया। 2 दिसंबर को विजयनंदा वानखेड़े ने फिर से पुरेन्द्र को फोन कर रुपए की मांग की । इस पर पुरेन्द्र ने अंडा आकर रुपए देने की बात की। पुरेन्द्र अपने नाबालिग साथी के साथ अंडा पहुंचा जहां उसने विजयनंदा व आनंद से मुलाकात की । यहां आनंद कुछ काम से बस में बैठकर विनायकपुर की ओर चला गया और इधर पुरेन्द्र व उसके साथी ने विजयनंदा वानखेड़े को रुपए देने के बहाने रनचिरई खार क्षेत्र में नहर के पास ले गए। यहां पर विजयनंदा फोन आने पर बात करने लगा इसी दौरान पुरेन्द्र ने अपने बैग में रखे हथौड़े से वानखेड़े के सिर पर जोरदार प्रहार कर दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। शव को नहर में फेंककर दोनों फिर से अंडा पहुंचे। यहां आनंद बीबे से संपर्क कर विनायकपुर गांव में एक खेत के पास मिले। यहां एक बार फिर रुपए को लेकर विवाद हुआ । मौका देखकर पुरेन्द्र ने आनंद के सिर पर भी हथौड़े से वार कर दिया। वार से आनंद जमीन पर गिर गया लेकिन वह जिंदा था। तब कुछ दूरी पर पड़े पत्थर को लेकर सिर पर मार दिया। इसके बाद भी आनंद जिंदा था तो पत्थर से ही उसका गला घोंट दिया और शव को छोड़कर फरार हो गए। आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान आयोजित एडिशनल एसपी रोहित झा, एएसपी ग्रामीण लखन पटले ,क्राइम डीएससी प्रवीण चंद्र तिवारी ,एसडीओपी पाटन आकाश राव साइबरक्राइम टी आई गौरव तिवारी , टीआई राजेश झा उल्लेखनीय भूमिका रही है ।