Ravi Rana Statement: ‘अगर आपने वोट नहीं दिया तो खाते से निकाल लूंंगा पैसे’… विधायक जी के इस बयान के बाद गरमाई सियासत, जानें क्यों कही ये बात
महाराष्ट्र । Ravi Rana Statement: महाराष्ट्र में इन दिनों विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर है। सभी राजनीतिक पार्टी अपनी-अपनी तैयारियों में लगी हुई तो वहीं कुछ आम जनता को रिझाने में लगे हुए हैं। वहीं इस बीच महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के सहयोगी और बडनेरा से निर्दलीय विधायक रवि राणा ने एक ऐसा बयान दिया है , जिसके बाद राजनीतिक गरमा गई है और हर तरफ इसकी चर्चा होने लगी है। उनके इस बयान पर अब लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी देनी शुरू कर दी है।
दरअसल, उन्होनें अपने बयान में कहा कि, अगर महिलाएं आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें वोट नहीं देंगी तो वह ‘लड़की बहन’ योजना के तहत उनसे मिले पैसे वापस ले लेंगे। वहीं, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (एसपी) ने इस बयान पर सरकार की आलोचना की है और इसे राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने यह बयान महायुति सरकार के सहयोगी राणा ने सोमवार को अमरावती में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान दिया है। जब विपक्षी दलों ने इसे लेकर उन पर निशानाा साधना शुरू किया तो उन्होंने दावा किया कि, उन्होंने यह टिप्पणी मजाक में की थी।
सुप्रिया सुले ने कही ये बात
बता दें कि, एकनाथ शिंदे सरकार की प्रमुख ‘मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना’ के तहत राज्य की पात्र महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं। वहीं राणा ने कहा कि चुनाव के बाद मैं इस राशि को 1,500 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये (प्रति माह) करने की कोशिश करूंगा। मैं आपका भाई हूं, लेकिन अगर आपने अभी अपना आशीर्वाद नहीं दिया, तो मैं आपके बैंक खातों से 1,500 रुपये वापस ले लूंगा। वहीं इस मामले में सांसद सुप्रिया सुले ने राणा को पैसे वापस लेने की धमकी पर अमल करने की चुनौती दी। सुले ने कहा कि अगर महिलाओं को इस तरह से धमकाया जाता है, तो ऐसा करें और फिर देखें कि वह क्या करती हैं।
देने लगे सफाई
Ravi Rana Statement: वहीं, आलोचनाओं के बीच रवि राणा ने मंगलवार को अपनी टिप्पणी का बचाव करते हुए दावा किया, ‘मैंने जो कहा वह हास्य के तौर पर था. जब मैंने यह कहा तो महिलाएं हंसने लगीं. विपक्षी नेताओं ने इस पर अनावश्यक रूप से हंगामा किया।’ उनके इस बयान के बाद विपक्ष ने निशाना साधते हुए कहा कि, इस योजना के तहत वितरित की गई राशि राणा की है? या फिर यह राशि मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्रियों की है? अब यह साबित हो गया है कि इस योजना की घोषणा चुनावों को ध्यान में रखकर की गई थी।