Face To Face MP: ‘सरकार के पीछे संघ’..MP आरोपों की जंग, क्या वाकई संघ के इशारे पर चल रही मध्यप्रदेश सरकार ?

अयोध्या। Face To Face MP: बीजेपी और संघ के गठजोड़ की बात सब जानते हैं। ये भी सब मानते हैं कि समय समय पर संघ की सलाह भी बीजेपी शासित सरकारों को मिलती रहती है, लेकिन मप्र में कांग्रेस ने ये बड़ा आरोप लगाया है कि दरअसल रिमोट कंट्रोल से संघ ही सरकार चला रहा है। इस आरोप ने कई सवाल खड़े किए हैं जिनके जवाब लेने की कोशिश आज हम करेंगे।
बीजेपी सरकार और आरएसएस के बीच की व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया गया है। अब प्रदेश सरकार के सभी मंत्री सीधे संघ के मध्य क्षेत्र कार्यालय समिधा के संपर्क में रहेंगे। यानी संघ को अगर किसी विभाग के कामकाज या किसी सरकारी प्रोजेक्ट पर कोई राय देनी है तो संघ प्रचारक सीधे संबंधित मंत्री से बात करेंगे। संघ का तर्क है कि केंद्रीकृत व्यवस्था से काम में अक्सर देरी होती है। संघ मुख्यालय में सीएम के पहुंचने और मंत्रियों के संघ कार्यालय के संपर्क में रहने पर सियासत शुरू हो गई है कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाया। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि मंत्रियों का संघ पदाधिकारियों को रिपोर्टिंग करना मुख्यमंत्री के अधिकारों का हनन है।
Face To Face MP: ये कोई पहला मौका नहीं है जब बीजेपी सरकार का मुखिया संघ पदाधिकारियों से मिलने पहुंचा हो। वो भी तब जब खुद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का बैकग्राउंस संघ से जुड़ा हुआ हो। बहरहाल कांग्रेस इसके सियासी मायने तलाश रही है, लेकिन देशभर में इस वक्त संघ और बीजेपी के संबंधों को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच मध्यप्रदेश की सरकार और संघ के बीच का ये समन्वय ज़रुर चौंकाने वाला है।