Uncategorized

CG Ki Baat: MLA फंड की बंदरबांट… कार्यकर्ताओं के ठाठ! क्या सियासी मकसद से इस्तेमाल की जा रही विधायक निधि?

MLA Fund: रायपुर। प्रदेश में एकबार फिर जनहित और क्षेत्र के विकास को मुद्दा बनाकर पक्ष-विपक्ष में बहस छिड़ गई है। विपक्ष का आरोप है कि प्रदेश के प्रभारी मंत्री स्थानीय विधायक के प्रस्तावों को छोड़कर अपने कार्यकर्ताओं को निजी तौर पर लाभ पहुंचाने वाली अनुशंसाएं कर रहे हैं, जिससे क्षेत्र का विकास अवरूद्ध हो रहा है। कांग्रेसी विधायकों ने इसकी शिकायत राज्य के CM से की है। सत्ता पक्ष के नेता कांग्रेस के इन आरोपों को सियासी प्रोपेगेंडा बताकर पलटवार कर रहे हैं, क्या वाकई MLA फंड की बंदरबांट हो रही है।

Read More: IAS Anurag Pandey Viral Audio: नप गए बीजापुर कलेक्टर अनुराग पांडेय!.. BJP नेता से पूछी थी औकात.. भेजे गए मंत्रालय, वायरल हुआ था कथित ऑडियो..

छत्तीसगढ़ के सभी विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में खर्च करने के लिए 4-4 करोड़ रुपए की राशि मिलती है। इसमें से एक करोड रुपए की राशि पर संबंधित जिलों के प्रभारी मंत्री द्वारा अनुशंसा की जाती है। अब इसी राशि को लेकर कांग्रेस के विधायकों ने जिलों के प्रभारी मंत्रियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और इसकी शिकायत मुख्यमंत्री विष्णु देव साय तक किए है। कांग्रेस विधायकों का कहना है की एक करोड़ रूपए की राशि के लिए हमनें जो प्रस्ताव तैयार किए हैं। उस पर प्रभारी मंत्री हस्ताक्षर नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण उनके विधानसभा में विकास कार्य प्रभावित हो रहा है। वहीं, कुछ जगहों पर भाजपा के जिला और मंडल अध्यक्षों के लेटर पैड पर प्रभारी मंत्री अनुशंसा कर रहे है।

Read More: CG Train Cancelled: यात्रीगण कृपया ध्यान दें… रक्षाबंधन तक रद्द रहेंगी छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 70 से ज्यादा ट्रेनें, परेशानी से बचने के लिए देखे लें लिस्ट 

कांग्रेस विधायकों ने बताया कि जनसंपर्क निधि की 10 लाख रुपए की राशि भी प्रभारी मंत्रियों द्वारा स्वीकृति नहीं होने से क्षेत्र की जनता को परेशान होना पड़ रहा है। मामले पर अब सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज का कहना है की प्रभारी मंत्रियों को यह राशि कांग्रेस विधायकों को दिया जाना चाहिए। ताकि क्षेत्र का विकास हो सके। प्रभारी मंत्री इस राशि का बंदरबांट करते हुए भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को व्यक्तिगत लाभ पहुंचा रहे हैं।

Read More: Bilaspur News: मोबाइल गेम ने ले ली बच्चे की जान! आधी रात में उठकर बाथरूम में लगाई फांसी 

कांग्रेस के इन आरोपों को राजनीतिक बताते हुए संसदीय कार्य मंत्री केदार कश्यप का कहना है कि प्रभारी मंत्री यह राशि अपने विधानसभा में नहीं ले जा रहे है। बल्कि इस विधानसभा में जनप्रतिनिधियों की मांग पर अनुशंसा कर रहे हैं। यह प्रभारी मंत्री का स्वविवेक है कि वह राशि किसकी मांग के आधार पर किन्हें राशि स्वीकृत करेंगे। विधायक निधि की राशि में प्रभारी मंत्रियों की अनुशंसा को लेकर इस तरह का आरोप कोई नया नहीं है। इससे पहले भी प्रभारी मंत्री की अनुशंसा निधि को लेकर आरोप प्रत्यारोप लगते रहे हैं। लेकिन ऐसे कामों से क्षेत्र के विकास प्रभावित होते हैं। ऐसे में प्रभारी मंत्रियों और किसी भी पार्टी के विधायकों के बीच आपसी सामंजस्य दिखना चाहिए। ताकि संबंधित विधानसभा का विकास किया जा सके।

देश दुनिया की बड़ी खबरों के लिए यहां करें क्लिक

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

खबरों के तुरंत अपडेट के लिए IBC24 के Facebook पेज को करें फॉलो

IBC24 News : Chhattisgarh News, Madhya Pradesh News, Chhattisgarh News Live , Madhya Pradesh News Live, Chhattisgarh News In Hindi, Madhya Pradesh In Hindi

Related Articles

Back to top button