छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए सहायक होगा शिविर – मंत्री कवासी लखमा

अभूतपूर्व उल्लास एवं उमंग के साथ समापन हुआ भोंगापाल एनएसएस कैंप का
इस यादगार कैंप के आयोजन के लिए मंत्री कवासी लखमा एवं विधायक संतराम नेताम से मिली जिला प्रशासन को भरपूर सराहना
कोण्डागांव । विकासखण्ड फरसगांव के ग्राम भोंगापाल में आयोजित 3 जनवरी से 8 जनवरी तक आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के मेगा कैंप का प्रदेश के वाणिज्यकर (आबकारी) एवं उद्योग मंत्री माननीय श्री कवासी लखमा एवं क्षेत्रीय विधायक केशकाल संतराम नेताम की गरिमामयी उपस्थिति में शानदार समापन किया गया। इस अवसर पर विधायक बीजापुर विक्रम मण्डावी, जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, उपाध्यक्ष रविघोष, जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम, सीईओ जिला पंचायत नुपूर राशि पन्ना, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा, सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, ग्राम पंचायतों के पदाधिकारी और जिले के आला अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
इस अवसर पर मंत्री कवासी लखमा ने अपने संबोधन में जिला प्रशासन को साधुवाद देते हुए कहा कि स्थानीय सहयोग एवं सहभागिता से जो एक विराट आयोजन सम्पन्न किया गया, वह वास्तव में सराहनीय है। हममे से कई लोग ऐसे भी थे जो भोंगापाल को नहीं जानते थे लेकिन इस वृहद स्तर के सफल आयोजन से भोंगापाल का नाम प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हो गया है, यह एक बड़ी उपलब्धि है। इसके साथ ही एक सप्ताह तक छात्र-छात्राओं ने अनुशासन के साथ एनएसएस की गतिविधियों को हिस्सा बने, इसके लिए सभी कैडेट्स बधाई के पात्र है। इस प्रकार के आयोजन से छात्रों व्यक्तित्व विकास होता है जो उन्हें देश का जागरुक नागरिक बनाती है।
कैंप के सफल आयोजन से भोंगापाल हुआ चर्चित – विधायक
मौके पर विधायक केशकाल संतराम नेताम ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भोंगापाल जैसे दूरस्थ क्षेत्र में इस प्रकार का सफल आयोजन कराना, एक गौरवशाली क्षण है। भोंगापाल और इसके आसपास के ग्रामों में राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़ी समस्त गतिविधियाँ स्थानीय ग्रामवासियों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने में मदद करेगी। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि इस शिविर के माध्यम से प्राप्त अनुभव सभी स्वंय सेवक छात्र के लिए यादगार होने के साथ-साथ एक उत्कृष्ट नेतृत्वकर्ता एवं अनुशासित नागरिक बनाने में सहायक होगी। इसके पूर्व मंत्री कवासी लखमा एवं विधायक संतराम नेताम के हैलिकाॅप्टर से पहुंचने पर ग्रामवासियों ने पारम्परिक लोकनृत्यों एवं वाद्ययंत्रो के साथ उनकी अगुवानी की।
कार्यक्रम के दौरान अपने प्रतिवेदन का वाचन करते हुए जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने कहा कि इस दूरस्थ क्षेत्र में जिलेभर के एक हजार से अधिक बच्चे बिना किसी बाधा या असुविधा के एक सप्ताह तक ग्रामीण जनजीवन के संपर्क में रहे, इसके लिए सभी कैडेट प्रशंसा के पात्र है। इस दौरान छात्रों ने स्थानीय लोगो की सहभागिता से अनेक प्रकार के सामुदायिक कार्य जैसे ग्राम की साफ-सफाई, नाला बंधान, सामाजिक एवं आर्थिक सर्वे, बच्चों के कुपोषण के विरुद्ध जागरुकता अभियान जैसे कार्यो को भोंगापाल के आसपास के ग्राम के अलावा जिला नारायणपुर एवं जिला कांकेर के सीमावर्ती ग्रामों में भी किया, यह सभी के लिए अविस्मरणीय रहेगा। इसके साथ ही ग्राम भोंगापाल खेल महोत्सव का भी आयोजन हुआ जहां परम्परागत खेल जैसे बाॅलीबाल, कबड्डी, तीरअंदाजी, खो-खो, दौड़, जैसे आयोजनों में तीन हजार से ज्यादा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इसके अलावा 40 से ज्यादा लोकनर्तक दलो ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ से स्थानीय जनमानस को लुभाते रहे। इस प्रकार इस संपूर्ण आयोजन में जिला प्रशासन के समस्त विभागों द्वारा अपने दिए गए दायित्वों का निर्वहन बखूबी किया गया।
उन्होंने क्षेत्र के मांग एवं समस्याओं के प्रति मुख्य अतिथियों का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि क्षेत्र में आवासीय छात्रावास-आश्रमों की स्थापना, कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं कृषि के क्षेत्र में मक्का की पैदावार को देखते हुए मक्का प्रस्ंस्करण केन्द्र की आवश्यकता है। जिला प्रशासन द्वारा इस क्षेत्र में बहने वाली बारदा नदी पर कई पुल-पुलिया एवं सड़क का निर्माण किया गया है जिससे क्षेत्र में आवागमन सुविधा का विस्तार हुआ और क्षेत्र के निवासियों की मांग पूरी हुई। चूंकि इस क्षेत्र में उद्योग नही के बराबर है अतः कृषि एवं वनोपज आधारित उद्योगो की संभावनाओं को देखते हुए इस क्षेत्र में कार्य किए जाने की आवश्यकता है।
जिला स्तरीय राष्ट्रीय सेवा योजना के संयोजक आर.के.जैन ने एक सप्ताह तक छात्रों द्वारा किए गए कार्यो का विवरण देते हुए बताया गया कि सभी कैडेट्स ने भोंगापाल के अतिरिक्त इसके आसपास के गांव जैसे आदवाल, बड़गई, कसई फरसगांव, मिश्री, झाकरी जैसे गांव में परियोजना सर्वे का कार्य किया। इस सर्वे में उनके द्वारा शिक्षा, साक्षरता, कुपोषण, कौशल विकास, पशुधन की स्थिति पर डाटा एवं जानकारियाँ एकत्रित की। साथ ही छात्रों को बौद्धिक चर्चा के तहत वाद-विवाद, निबंध, क्विज प्रतियोगिता, विभिन्न प्रकार के माॅडल निर्माण के कार्यो एवं योगाभ्यास सिखाया गया। छात्रों ने सामाजिक कार्य के तहत सड़क समतलीकरण, सोख्ता गड्ढो का निर्माण जैसे कार्य भी किए। साथ ही उनके द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत अंध श्रद्धा उन्मूलन, बेटी-बचाव बेटी-पढ़ाओ, शौचालय निर्माण की उपयोगिता, सुपोषण के फायदे जैसे विषयों पर प्रस्तुतियाँ दी जाती रही।
सबका संदेस ब्यूरो, कोंडागांव 9425598008