छत्तीसगढ़
*निर्धन छात्र निधि से बच्चों को निःशुल्क गणवेश वितरित* छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र साहू ब्यूरो रिपोर्ट कोटा विकासखंड के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मझगांव में स्कूल की निर्धन छात्र निधि से 12 बच्चों को निःशुल्क गणवेश वितरित किया गया। इनमें छह छात्रा और छह छात्र शामिल हैं। लाभान्वित छात्रों में कक्षा नौवीं से सूरज यादव एवं द्वारिका श्रीवास, ग्यारहवीं से समीर विश्वकर्मा और अमरदास कुर्रे कक्षा दसवीं से दुर्गेश एवं कुणाल बंजारे एवम बालिकाओं से कक्षा नौवीं से चांदनी लहरे एवं ललिता ध्रुव, कक्षा दसवीं से सरिता बैगा एवं प्रिया यादव कक्षा ग्यारहवीं से बीना कुमारी तथा 12वीं से दीप्ति पालके को स्कूल ड्रेस दिया गया।इस अवसर पर शाला प्राचार्य शैलेश कुमार पांडेय ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शाला गणवेश जाति, धर्म एवं अमीर गरीब का भेद मिटाती है। स्कूली बच्चों के बीच समानता का भाव लाती है। इस अवसर पर व्याख्याता शोभा राम पालके,हेमंत अनंत,माधो प्रसाद कौशिक, संतोष कुमार पात्रे, लीलाराम खूंटे, सुशील ओट्टी,पूनम सिंह,गीता पांडेय,अंजली दुबे, भारती नेताम आदि उपस्थित थे।
*”जीवनदायिनी बनी डायल 112*- छत्तीसगढ़ बिलासपुर भूपेंद्र साहू ब्यूरो रिपोर्ट ➡️ *वाहन में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ, आगामी उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया।* ➡️ *बिलासपुर डॉयल-112 को लगातार प्रसव संबंधी सूचना प्राप्त हो रही है , माह जून में ही प्रसूति के 305 इवेंट प्राप्त हुए जिन्हें समय पर अस्पताल पहुँचाया गया, जिसमें से दो प्रसूता को अस्पताल जाते समय रास्ते में ही सुरक्षित डिलीवरी 112 वाहन में करायी गई। * इवेंट -MBP06.07.2024/07 थाना चकरभाठा ➡️डायल 112 के द्वारा छ0ग0 में जनकल्याण एवं आपातकालीन सेवा के द्वष्टिकोण से लगातार कार्य किया जा रहा है। जहां महिला एक नये जीवन को इस दुनिया में लाने के लिए संसार के सबसे बड़े दर्द में व्याकुल रहती है एवं विलंब होने से उस माता और गर्भ में पल रहे बच्चे को बड़ा ख़तरा होता है उसके लिए डॉयल-112 फ़रिश्ते से कम नहीं है जो प्रसूता को तत्काल स्वास्थ्य लाभ हेतु अस्पताल पहुँचाते हैं। ➡️इसी कड़ी में ग्राम रहँगी निवासी एक गर्भवती महिला (Pregnant Woman) प्रीति कोशले पति कौशल कोशले उम्र 22 वर्ष के लिए भी डॉयल-112 ऐसे ही फरिश्ता बनकर पहुंची। महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही और मदद का इंतजार कर रही थी।घर में अस्पताल ले जाने का कोई साधन नहीं था। सूचना मिलते ही तत्काल महिला के घर डायल 112 की वाहन पहुंची। महिला को उनके परिजनों के साथ वाहन में अस्पताल ले जाया जा रहा था कि रास्ते में प्रसव पीड़ा अधिक होने एवं परिजनों द्वारा वाहन को रोकने हेतु निवेदन करने पर रास्ते में ही वाहन को रोका गाया । डायल-112 कर्मचारी आरक्षक 1429 अनिल बांधे चालक शशांक दास द्वारा तत्काल डिलीवरी हेतु आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गई l मितानीन एवं परिजनों की सहायता से गाड़ी में ही महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई गई । जहां जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं बाद बच्चे एवं प्रसूता को प्राथमिक उपचार एवं स्वास्थ्य लाभ हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया । ➡️प्रसूता महिला और उनके परिजनों ने डॉयल-112 एवं बिलासपुर पुलिस के इस कार्यप्रणाली की सराहना की है। उन्होंने 112 पुलिस टीम के प्रति आभार व्यक्त किया है। ➡️पुलिस अधीक्षक ज़िला बिलासपुर ने आरक्षक की पीठ थपथपा कर उनके कार्य की प्रशंसा की एवं उन्हें पुरस्कृत किया। ➡️ *बिलासपुर पुलिस ने जनता से की यह अपील* पुलिस अधीक्षक बिलासपुर का कहना है कि किसी भी अपराध,अपराधी,घटना, दुघर्टना या किसी भी परिस्थिति में पुलिस की सहायता की जरूरत होने पर बिना किसी झिझक के डायल-112 पर कॉल करें या किसी भी अन्य माध्यम से पुलिस को सूचित करें. बिलासपुर पुलिस आमजन की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहती है।
Related Articles
Check Also
Close