Jallianwala Bagh Martyrs List: ओवैसी ने शेयर की जलियावाला बाग़ हत्याकांड के शहीदों की लिस्ट.. लिखा, ‘सबका खून शामिल है इस मिट्टी में..’

Jallianwala Bagh 492 Martyrs List PDF: नई दिल्ली: आज 12 अप्रैल को देश जलियांवाला बाग हत्याकांड की बरसी मना रहा है। यह दर्दनाक घटना 1919 में अमृतसर के जलियांवाला बाग में हुई थी, जब ब्रिटिश सेना के जनरल डायर के आदेश पर निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाई गई थीं। इस गोलीबारी में 492 लोग शहीद हो गए थे। यह घटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक बेहद वीभत्स और निर्णायक मोड़ के रूप में दर्ज है।
इस अवसर पर देशभर से श्रद्धांजलि संदेश आ रहे हैं। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और 492 शहीदों की सूची अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की।
ओवैसी ने लिखा,”जलियांवाला बाग हत्याकांड के शहीदों को मेरा सलाम। अगर आप शहीदों के नामों की लिस्ट पढ़ेंगे तो राहत इंदौरी का शेर ‘सभी का ख़ून है शामिल यहाँ की मिट्टी में, किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है’ बिल्कुल सटीक बैठता है। हमें याद रखना चाहिए कि आज़ादी बहुत बड़ी कुर्बानियों से मिली है, माफ़ीनामे लिखकर नहीं।”
#जलियांवाला_बाग हत्याकांड के शहीदों को मेरा सलाम। अगर आप शहीदों के नामों की लिस्ट पढ़ेंगे तो आप देखेंगे कि राहत इंदौरी का शेर “सभी का ख़ून है शामिल यहाँ की मिट्टी में, किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है” बिल्कुल सच साबित होता है।
हमें याद रखना चाहिए कि हमारी आज़ादी बहुत बड़ी…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 13, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने भी दी श्रद्धांजलि
Jallianwala Bagh 492 Martyrs List PDF: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर ट्वीट कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, “हम जलियांवाला बाग के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं। आने वाली पीढ़ियाँ उनकी अदम्य भावना को सदैव याद रखेंगी। यह हमारे देश के इतिहास का एक काला अध्याय था। उनका बलिदान स्वतंत्रता संग्राम का एक निर्णायक मोड़ बना।”
इस घटना की याद दिलाती सूची में उन 492 शहीदों के नाम दर्ज हैं, जिनकी जान इस बर्बर गोलीबारी में चली गई थी। यह सूची स्वतंत्रता संग्राम में उनकी अमर गाथा को सहेज कर रखने का एक प्रयास है।
We pay homage to the martyrs of Jallianwala Bagh. The coming generations will always remember their indomitable spirit. It was indeed a dark chapter in our nation’s history. Their sacrifice became a major turning point in India’s freedom struggle.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 13, 2025