सहकारिता से राज्य के हर क्षेत्र में विकास संभव : भाटिया
दुर्ग – छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रविन्द्र सिंह भाटिया पाटन के अल्प प्रवास के समय एक चर्चा में बताया की वे 1976-77 से युवा कांग्रेस में माध्यम से राजनीति में आये और तब मध्य प्रदेश में संयुक्त सचिव के रूप में जिम्मेदारी मिली, उस समय से वे कांग्रेस में प्रति अपनी जिम्मेदारी समझकर समय समय पर अपना योगदान पार्टी को देते रहा हूँ, इसी के परिपेक्ष में 26 सितम्बर 2019 को मुझे सहकारिता के क्षेत्र में राज्य का उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया, और इसी बात को लेकर वे पंडित नेहरु की जयंती 14 नवम्बर से अपनी सक्रियता का परिचय देते हुए सहकारिता सप्ताह के अंतर्गत 15 नवम्बर को बालोद जिले के राजोली ग्राम, 16 नवम्बर को राजनांदगांव, 17 को बिलासपुर, 18 नवम्बर को जगदलपुर व 19 नवम्बर को तेलीगुण्डरा पाटन में आयोजित सहकारिता सप्ताह समारोह के समापन अवसर पर उपस्थित हुए, उन्होंने सहकारिता से जुड़े निचले स्तर के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देना प्रारंभ किया जिसमे 4 सोसाइटी के 40 सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा, यह क्रम निरंतर जारी रहेगा उसके अतिरिक्त नाबार्ड, हुडको एवं अन्य केन्द्रीय संस्थानों के सहयोग से मास्टर ट्रेनर, प्रोग्रामर तैयार किया जाएगा जिससे काम में गुणवत्ता आएगी ! श्री भाटिया ने आगे बताया की सहकारिता के माध्यम से किसानों की समस्या सुलझाने कार्यकर्त्ता सामने आ रहे है ! किसी का सोसाइटी का क़र्ज़ माफ़ नहीं हुआ है तथा कई अभी भी मार्केटिंग के क़र्ज़ से मुक्त नहीं हुए है उनकी समस्या मुख्यमंत्री मंत्री एवं सहकारिता मंत्री को अवगत कराकर समस्याएं सुलझाई जायेगी ! आगे उन्होंने बताया की सहकारिता संघ के द्वारा शासन की योजनायों के प्रचार प्रसार के अतिरिक्त सहकारिता पर डिप्लोमा कोर्स संचालित किया जा रहा है, जिससे उन्हें सरकारी सेवा में जाने का अवसर मिल सके, वैसे भी सहकारिता के बिना सहकार का उद्धार नहीं ! धान की खरीदी पर सहकारी संघ का सीधे हस्तक्षेप नहीं रहता, बल्कि राज्य सहकारी संघ, अपैक्स बैंक, जिला सहकारी संघ के माध्यम से धान खरीदी जाती है तथा सोसाइटी के माध्यम से भुगतान होता है जिसके कारण किसानों को थोड़ी बहुत असुविधा होती है, जिसको लेकर मुख्यमंत्री एवं सहकारिता मंत्री तक अपनी बात रखूँगा !