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Rahul Gandhi in Parliament: राहुल गांधी ने शिवजी की अभय मुद्रा को बताया कांग्रेस पार्टी का प्रतीक, जानें क्या है इसका धार्मिक अर्थ?

Abhaya Mudra of Lord Shiva is the symbol of Congress Party: नई दिल्ली। नई सरकार में संसद सत्र का आज छठा दिन है। आज भी सदन की शुरुआत हंगामे से हुई। संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा में आज जमकर हंगामा हुआ। नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद से ही राहुल गांधी के तेवर बहुत आक्रामक नजर आ रहे हैं। 1 जुलाई, सोमवार को लोकसभा में उन्होंने संविधान बचाने की बात कही और साथ ही भगवान शिवजी के अभय मुद्रा वाली तस्वीर भी लहराई।

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इस दौरान सदन में राहुल गांधी ने शिवजी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अपने डर का सामना करने और कभी न डरने का विचार शिव की छवि में दर्शाया गया है। शिव ने मृत्यु को अपनी गर्दन से एक इंच दूर रखा है। शिव के गले के पास सांप का मतलब है कि आपको सत्य को स्वीकार करना चाहिए और उससे कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। यही वह भावना है जिसके साथ हमने लड़ाई लड़ी।

त्रिशूल को बाएं कंधे के पीछे रखा गया है। यह हिंसा का प्रतीक नहीं है, यह अहिंसा का प्रतीक है। जब हमने भाजपा से लड़ाई लड़ी, तो हम हिंसक नहीं थे। जब हमने सत्य की रक्षा की, तो हमारे अंदर हिंसा का एक अंश भी नहीं था। अब, सत्य, साहस और अहिंसा के विचार से तीसरा विचार उभरता है। वह विचार है ‘अभय मुद्रा’, जो कांग्रेस पार्टी का प्रतीक है!

क्या है शिवजी की अभय मुद्रा का अर्थ?

अभय मुद्रा में शिवजी का एक हाथ वरदान स्वरूप दिखाया जाता है। जिसका अर्थ है सुरक्षा और भयमुक्त जीवन। भगवान शिव के नटराज रूप में उन्हें दाहिने हाथ से अभयमुद्रा बनाते हुए दर्शाया गया है। महादेव की अभय मुद्रा धर्म के नियमों का पालन करने वालों को बुराई और अज्ञानता दोनों से सुरक्षा प्रदान करता है।

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शिवजी के हाथ में त्रिशूल का अर्थ?

Abhaya Mudra of Lord Shiva is the symbol of Congress Party: शिवजी का त्रिशूल एक प्रलयंकारी शस्त्र है जिससे उन्होंने अनेक राक्षसों का वध किया है। त्रिशूल के तीन नुकीले सिरे होते हैं। ये तीन सिरे तीन प्रवृत्तियों के प्रतीक हैं- सत, रज और तम। त्रिशूल को अपने हाथ में रखकर महादेव ये बताते हैं कि इन तीनों गुणों पर हमारा पूरा नियंत्रण होना चाहिए। ऐसा न होने की स्थिति में हम जीवन की परेशानियों में फंस सकते हैं।

 

The idea of confronting our fear and never being scared is represented in Shiva’s image.

Shiva places death one inch from his neck. The snake near Shiva’s neck means you must accept the truth and never back down from it. That is the spirit with which we fought.

The Trishul… pic.twitter.com/Vj24F4Mibi

— Congress (@INCIndia) July 1, 2024

 

 

 

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