Earth Day Hours Science: अब 24 नहीं 25 घंटों का होगा एक दिन, 365 से कम दिन का होगा साल! जल्द होने जा रहा ये बड़ा बदलाव
Earth Day Hours Science: नई दिल्ली। पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमने क लिए पूरे 24 घंटे का समय लेती है। यही वजह है कि पृथ्वी पर एक दिन 24 घंटे का होता है, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पृथ्वी धीरे घूम रही है और आने वाले वक्त में पृथ्वी एक दिन में 24 घंटे की जगह 25 घंटे में अपने अक्ष पर अपना चक्कर पूरा करेगी। इसका परिणाम ये होगा कि पृथ्वी पर दिन बड़ा होने लगेगा। इतना ही नहीं, एक साल का वक्त और भी कम हो जाएगा और 365 से कम दिन का साल होगा। आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण…
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क्या सच में धीरे घूम रही पृथ्वी
लाइव साइंस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पृथ्वी के घूमने का वक्त एक नहीं है और यह लगातार बढ़ता जा रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी की घूमने की स्पीड लगातार कम हो रही है। इसी वजह से इस वजह से दिन का टाइम लगातार बढ़ा रहा है। कई लाख साल पहले पृथ्वी के घूमने की स्पीड काफी तेज थी और उस वक्त एक दिन 24 घंटे का नहीं था और 19 घंटे में ही पृथ्वी अपने अक्ष पर एक चक्कर घूम लेती थी। हालांकि, यह बदलाव कई लाख साल में एक बार होता है और एक दिन में 19 घंटे आज से एक बिलियन साल पहले होते थे।
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साल में होंगे करीब 350 दिन
रिपोर्ट्स का दावा है कि अगर दिन का वक्त बढ़ जाता है तो उस हिसाब से साल में दिनों की संख्या 365 से कम हो जाएगी, क्योंकि पृथ्वी सूर्य के उतने ही घंटे में एक चक्कर पूरा करेगी और साल के दिन 365 से कम होकर करीब 350 ही रह जाएंगे। पृथ्वी में एक दिन का टाइम बढ़ने की स्पीड काफी कम है। रिपोर्ट के मुताबिक, एक सेंचुरी यानी 100 साल में ये वक्त 1.8 मिलिसेकेंड के हिसाब से बढ़ रहा है। यानि हजारों साल में एक सेकेंड का वक्त बढ़ रहा है। वहीं, 3.3 मिलियन सालों में एक ये टाइम एक मिनट तक बढ़ रहा है। ऐसे 200 मिलियन साल बाद देखने को मिलेगा, जब एक दिन में 25 घंटे हो सकते हैं।
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क्यों बनी ऐसी स्थिति
दरअसल, पृथ्वी और चांद के बीच हो रही टाइडल इंट्रैक्शन की वजह से ऐसी स्थिति बन रही है। इसमें टाइड से पैदा हो रहे घर्षण से पृथ्वी की स्पीड पर असर पड़ रहा है। बता दें कि चांद का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के उस हिस्से को खींचता है, जो उसके सबसे करीब है और उससे एक टाइड बनती है। ये टाइड चांद और पृथ्वी के घूमने की स्पीड से मैच नहीं करती और समुद्र तल पर घर्षण पैदा होता है जो पृथ्वी के घूमने में दिक्कत देता है।