#SarkarOnIBC24: ‘मामा’ का बड़ा बजट..बड़ी जिम्मेदारी, देश के किसानों की समस्याएं सुलझाना अगली चुनौती

भोपाल: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की मोदी कैबिनेट में ग्रैंड एंट्री हुई है। उन्हें कृषि और ग्रामीण विकास जैसे अहम मंत्रालय मिले हैं। वहीं उनके दोनों मंत्रालयों का बजट केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल MP के बाकी मंत्रियों के बजट से कहीं ज्यादा है। शिवराज को अपनी नई भूमिका में कई चुनौतियों से भी पार पाना है। जिस तरह मध्यप्रदेश के किसानों की उन्होंने तकदीर बदली। ठीक वैसे ही देश के अन्नदाता की किस्मत चमकाने का दारोमदार उनके कंधों पर है।
मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री रहते शिवराज सिंह चौहान का प्रदेश में जो रुतबा था। कुछ वैसा ही जलवा मोदी कैबिनेट में भी नजर आने लगा है। पीएम मोदी ने उन्हें कृषि के साथ-साथ ग्रामीण विकास जैसे भारी भरकम मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी है। मोदी कैबिनेट में शिवराज के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीरेंद्र कुमार खटिक, दुर्गादास उइके और सावित्री ठाकुर भी हैं। सभी के विभागों का कुल बजट 5 लाख करोड़ रुपये है। जो केंद्र सरकार के कुल बजट का 10 फीसदी है। खास बात ये है कि इनमें अकेले शिवराज के मंत्रालयों का बजट सब पर भारी है। इसे आंकड़ों के जरिए समझाते हैं।
मोदी कैबिनेट में शामिल जनजातीय मामलों के मंत्री दुर्गादास उईके के मंत्रालय का बजट 13 हजार करोड़ रुपए है। वीरेंद्र खटीक के सामाजिक न्याय विभाग का बजट 14 हजार 225 करोड़ है। वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्री सावित्री ठाकुर के मंत्रालय का बजट 26 हजार 92 करोड़ रुपये है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के दूरसंचार विभाग का बजट 1 दशमलव 42 लाख करोड़ है। वहीं अकेले शिवराज सिंह चौहान के कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय का बजट 3 दशमलव 7 लाख करोड़ है।
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शिवराज सिंह चौहान के मंत्रालयों का जितना बड़ा बजट हैं। उतनी ही बड़ी जिम्मेदारी भी उनके कंधों पर है। कृषि मंत्री के रूप में उनके सामने कई चुनौतियां हैं जिन पर उन्हें पार पाना है। इसमें सबसे अहम है। देश की कृषि इकोनॉमी को बढ़ाना। MSP की मांग पर अड़े किसानों को किसी समझौते के लिए राजी करना। किसानों की आय को दोगुनी करना और पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर डटे किसानों का आंदोलन खत्म कराना।
मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य से विकसशील राज्यों की दौड़ में शामिल कराने वाले का श्रेय शिवराज को दिया जाता है। शिवराज के ही राज में मध्यप्रदेश ने कृषि विकास दर में रिकॉर्ड ग्रोथ हासिल की थी। पीएम मोदी भी शिवराज की प्रतिभा के कायल हैं। तभी उन्हें इतने अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपी है। मोदी लंबे समय से किसानों की समस्याएं सुलझाने के लिए प्रयासत है। उन्हें शिवराज में आशा की किरण नजर आ रही है। ऐसे में देश और पीएम मोदी की उम्मीदों पर खरा उतरना शिवराज की अगली बड़ी चुनौती है।