#SarkarOnIBC24: बदले बदले से नीतीश! बिहार के लिए मन में टीस! मोदी 3.0 की शुरुआत.. Nitish Kumar का मिला साथ
नई दिल्ली: Lok sabha Chunav Result लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे नरेंद्र मोदी के बाद अब बात नीतीश कुमार की। जो अचानक बदले-बदले से नजर आ रहे हैं। नरेंद्र मोदी को कभी अपना प्रतिद्वंदी मानकर उनसे दूर होने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज जिस तरह का व्यवहार NDA संसदीय दल की बैठक में दिखाया। वो अचंभित करने वाला रहा। मोदी की पैर छूने की कोशिश करना हो या फिर अपने अंदाज में बिहार के विकास के लिए मांग करना। कई इशारे करता है।
Lok sabha Chunav Result इस तस्वीर को दिलों में संजो लीजिए। जेहन में बसा लीजिए। ये महज दो राजनेताओं की आत्मीयता की तस्वीर नहीं है। बल्कि मोदी 3.0 के तकदीर की भविष्य के भारत की तस्वीर है। वैसे तो नरेन्द्र मोदी 1950 और नीतीश 1951 के हैं। यानी PM मोदी CM नीतीश से उम्र में करीब 6 महीने बड़े हैं। बावजूद इसके ये तस्वीर जबर्दस्त चर्चा में है, क्योंकि इन दोनों के पुराने रिश्तों को देखते हुए इस केमिस्ट्री को देखने की उम्मीद किसी को नहीं थी और ना ही किसी ने मोदी को नीतीश के समर्थन के दिल खोल अंदाज़ की ही थी। जहां उन्होंने ना सिर्फ 2024 बल्कि 2029 के लिए भी मोदी सरकार और विपक्षियों की हार का ऐलान कर दिया।
कहते हैं कि ताली एक हाथ से नहीं बजती…NDA सांसदों की बैठक में पहुंचने के बाद PM मोदी सबसे पहले नीतीश कुमार के ही पास जाकरउनका अभिवादन किया। नीतीश जब संबोधन के लिए जाते वक्त पीछे से निकल रहे थे तो मोदी ने खड़े होकर उनसे आगे से जाने का आग्रह किया और इसके बाद जब नीतीश बोले तो ऐसा बोले कि ना सिर्फ़ BJP बल्कि NDA के तमाम सांसदों का ही दिल जीत लिया। और फिर उनकी जुबान से वो भरोसा भी देश के सामने आया, जिसने करोड़ों लोगों के मन से भ्रम मिटा दिया। नीतीश के साथ को लेकर उठ रहे सवालों के बीच नीतीश की ये बात बीजेपी के लिए बड़ी राहत है।
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वैसे तो नीतीश के 5 साल के साथ की गारंटी मोदी तो क्या खुद नीतीश भी नहीं दे सकते, बावजूद इसके ये गारंटी तो मिलती दिख गई कि अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में भी ये साथ बना रहेगा और जिस तरह नीतीश ने झुक कर और बिछ कर मोदी का नेतृत्व स्वीकार किया है। वैसे ही बिहार में नीतीश का नेतृत्व स्वीकार करने का बीजेपी मन बना चुकी है।