Chunav Ki Baat: रिजल्ट से पहले रार.. दिन भर वार-पलटवार! रिजल्ट से एक दिन पहले बरपा सियासी हंगामा..
![](https://sabkasandesh.com/wp-content/uploads/2024/06/chunav-ki-baat-KtMTbl-780x470.jpeg)
Chunav Ki Baat: बस एक रात की दूरी, कल के सूर्योदय के साथ उदय होगा अगली सरकार का, देश में सत्ता के सिंहासन तक कौन पहुंचा, किसके दावों पर भरोसा किया जनता है। किसकी गारंटी पर मुहर लगाई है ये सब साफ होने वाला है? वैसे एग्जिट पोल ने काफी हद तक तस्वीर बात दी है कि… लेकिन क्या यही होगा एक्चुअल रिजल्ट या फिर उलट होगा जैसा दावा है। 4 जून इस दिन का इंतजार सभी राजनीतिक पार्टियों को 6 महीने से था क्योंकि इसी दिन मिलेगा।
देश को नई सरकार लोकसभा चुनाव को लेकर चली लंबी कसरत कल खत्म हो जाएगी। मंगलवार को कई सवालों के जबाव मिल जाएंगे। जवाब मिल जाएगा कि मोदी सरकार हैट्रिक मारेगी या विपक्षी गठबंधन INDIA को मौका मिलेगा। नतीजों से पहले अलग-अलग पार्टियों की तैयारी भी अलग-अलग हो रखी है। एनडीए अपनी जीत को लेकर आश्वत है इसलिए जीत का जश्न मनाने के लिए लड्डू बांटने की तैयारी हैं हालांकि पूरा फोकस 400 पार जाने का है। फिर भी कोई कसर नहीं रह जाए इसलिए पूजा-पाठ और हवन का भी सहारा है। अपनी संभावित जीत को देखते हुए दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर मेगा मीटिंग भी हुई। कुल मिलाकर बीजेपी को बस जीत के एलान का इंतजार है।
तो उधर विपक्ष अलग-अलग मंचों से बीजेपी सरकार और EC को निशाना पर लिया। एग्जिट पोल के सर्वे आने के बाद से विपक्ष एक जुट होकर पहले तमाम एग्जिट पोल एजेंसियों पर निशाना साधता दिखाई दिया। तो वहीं नतीजों से एन पहले मोदी सरकार पर कई आरोप लगा दिए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस महासचिव ने जयराम रमेश ने केंद्रीय गृहमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने सोशल मीडिया X पर पोस्ट किया कि, अमित शाह कलेक्टरों को फोन कर रहे हैं।
Chunav Ki Baat: अपने ऊपर लगते आरोपों का जवाब देने के लिए चुनाव आयोग भी मैदान में उतरा। नतीजो से पहले चुनाव आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस की जिस दौरान ईसीआई राजीव कुमार समेत सभी अधिकारी मौजूद। इस प्रेस कांफ्रेंस में जहां एक तरफ चुनाव आयुक्त ने चुनाव की कामयाबी गिनाई वहीं दूसरी तरफ चुनाव के दौरान जो उन से लगातार सवाल किए गए उस पर जवाब भी दिया।
कुल मिलाकर अब सबको इंतजार 4 जून को आने वाले नतीजों का है। सत्ता के सिंहासन पर किसका कब्जा होगा इसका पता तो खैर नतीजे आने के बाद ही चलेगा लेकिन ये जिस तेवर के साथ ये चुनावी जंग लड़ी गई उससे साफ जाहिर है कि ये सियासी तकरार नतीजों के बाद भी जारी रहेगी।