Odisha Heatwave Deaths : राज्य में गर्मी ने बरपाया कहर, हीट स्ट्रोक से 72 घंटों में 99 लोगों की हुई मौत, सरकार की बढ़ी चिंता
भुवनेशवर : Odisha Heatwave Deaths : ओडिशा की जनता को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। राज्य के अलग-लग हिस्सों में पिछले 72 घंटों के दौरान कथित तौर पर सन स्ट्रोक से 99 मौतें होने की खबर सामने आई है। इन 99 मौतों में से 20 मामलों की पुष्टि जिलाधिकारियों द्वारा की गई है। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त ने कहा है कि इस भीषण गर्मी के दौरान जिलाधिकारियों की तरफ से स्ट्रोक के कारण हुई मौतों के कुल 141 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 26 लोगों के मरने की पुष्टि लू की ही चपेट में आने से हुई है।
During the last 72 hours, 99 alleged sun stroke death cases have been reported by the Collectors. Out of 99 alleged cases, 20 cases have been confirmed by the Collectors. During this summer, total 141 alleged sun stroke death cases have been reported by the Collectors out of… pic.twitter.com/bWXsiaFA3F
— ANI (@ANI) June 3, 2024
राज्य सरकार की बढ़ी चिंता
Odisha Heatwave Deaths : हीट स्ट्रोक से अचानक बड़ी संख्या में सामने आए मौत के आंकड़ों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। लगातार हीट स्ट्रोक से मरने वालों की संख्या को बढ़ते देख तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम राउरकेला सरकारी अस्पताल पहुंची। जहां पर बुर्ला से आए प्रोफेसर भूटेश्वर प्रधान, स्टेट सर्विलेंस अधिकारी डॉ अशोक कुमार पैतराय व डॉ अर्घ्य प्रधान ने आरजीएच के अधीक्षक डॉ गणेश प्रसाद दास के साथ उच्च स्तर बैठक की। इसके साथ ही हीट स्ट्रोक वार्ड का दौरा कर मरीजों से बातचीत भी की। बताया जा रहा है कि तीन सदस्यीय टीम हीट स्ट्रोक की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को सौंपेगी।
स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग ने दिए लू से बचने के सुझाव
Odisha Heatwave Deaths : इधर, स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग ने कहा है कि, बुजुर्गों के साथ-साथ बीमार लोगों और गर्भवती महिलाओं के लिए स्ट्रोक का खतरा अधिक रहता है। ज्यादा पसीन आना, चक्कर आना और आंख के सामने अंधेरा छा जाना, तेज प्यास लगना, मांसपेशियों में जकड़न, बेहोशी हो जाना लू लगने के लक्षण हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए सुबह या शाम में धूप कम होने पर बाहर निकलें। बाहर जाने से पहले पर्याप्त पानी पिएं। हल्के रंग के ढीले कपड़े पहने, छाते और जूतों का प्रयोग करें। धूप में शारीरिक श्रम न करें। अधिक दूर तक पैदल न चलें। बीच-बीच में छाया में आराम करें।
इस तरह के व्यक्ति को इलाज के लिए किसी खुले और ठंडी जगह पर ले जाएं। ओआरएस या चीनी, नमक की चाशनी या सादा पानी पिएं। संभव है तो कपड़े खोल दें। लू लगने वाले व्यक्ति के सिर को धोकर गीले कपड़े से पोंछ लें। मरीज को पंखे या कूलर या एसी से हवा में सुलाएं।स्वास्थ्य में सुधार न होने पर स्वास्थ्य कर्मचारी को जानकारी दें या फिर एम्बुलेंस बुलाकर अस्पताल पहुंचने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सलाह दी है।