IBC 24 Exit Poll Results : NDA को इन राज्यों में उठाना पड़ सकता है नुकसान, इंडी गठबंधन मिल रही बढ़त, देखें एग्जिट पोल के नतीजे

नई दिल्लीः IBC24 Exit Poll Results देश में नई सरकार चुनने के लिए अब मतदान का दौर खत्म हो चुका है। इसी के साथ ही अब टेलीविजन चैनलों पर एग्जिट पोल आना शुरू हो गया है। राज्यवार भाजपा की स्थिति की बात करें तो इस बार NDA गठबंधन को कई राज्यों में नुकसान हो सकता है। इनमें राजस्थान, बिहार और झारखंड शामिल है। राजस्थान की बात करें तो यहां लोकसभा की 25 सीटों हैं। इसमें NDA को 51 फीसदी वोट मिलता नजर आ रहा है तो वहीं इंडिया को 41% वोट मिलता दिख रहा है। सीट की बात करें तो NDA को 16-19 सीटें मिलती दिख रही हैं, इसके अलावा इंडिया को 5-7 सीटें मिल रही हैं। फिलहाल NDA के पास राज्य की सभी 25 सीटें हैं।
IBC24 Exit Poll Results वहीं झारखंड में NDA को 50 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। एग्जिट पोल के मुताबिक झारखंड में NDA को 8-10 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं INDIA गठबंधन को 4-5 सीटें मिलने का अनुमान है। 14 सीटों वाले राज्य में भाजपा+ को नुकसान दिख रहा है। बता दें कि 2019 के चुनाव में NDA को 12 सीटें मिली थीं। बिहार में INDIA गठबंधन को 48 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। राज्य की 40 सीटों में से NDA को 29-33 सीटें मिलने का अनुमान है। साल 2019 में NDA को 39 सीटें मिली थीं। वहीं 7-10 सीटें इस चुनाव में INDIA को मिलने जा रही हैं। इसके अलावा 0-2 सीटें अन्य के खाते में जा रही हैं।
क्या है एग्जिट पोल्स
एग्जिट पोल्स एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें कुछ मतदाताओं से पूछे गए सवालों के आधार पर यह समझने की कोशिश की जाती है कि जनता ने किस पार्टी या उम्मीदवार को वोट दिया है। एग्जिट पोल्स चुनाव के अंतिम दिन होते हैं, जब वोटिंग खत्म होती है और वोटर्स मतदान केंद्रों से बाहर निकलते हैं इससे स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर चुनावी परिणामों का अनुमान लगाया जाता है। एग्जिट पोल्स पार्टियों और राजनीतिक विश्लेषकों को चुनावी ट्रेंड्स समझने में मदद करते हैं। इन पोल्स के आधार पर मीडिया चुनाव परिणामों की पूर्वानुमानित रिपोर्टिंग भी करता है। एग्जिट पोल्स करने वाली एजेंसियां लगातार अपनी प्रक्रिया को बेहतर कर रही हैं। जिससे आम तौर पर फाइनल चुनावी नतीजों की झलक तो मिल ही जाती हैय़ कभी-कभी ये अनुमान बिलकुल सटीक भी साबित हुए हैं, लेकिन कई बार ये अनुमान गलत भी हुए हैं और ऐसा होने की गुंजाइश हमेशा रहती है।