MP News : बीजेपी उम्मीदवार के भतीजे पर दुष्कर्म का आरोप! PCC चीफ ने की आरोपी पर सख्त कार्रवाई की मांग, सीएम मोहन यादव पर जमकर बोला हमला

BJP candidate’s nephew accused of rape : अलीराजपुर। अलीराजपुर में नाबालिग आदिवासी लड़की के साथ दुष्कर्म के मामले में राजनीति गरमाती जा रही हैं। शनिवार को झाबुआ विधायक विक्रांत भूरिया के आरोपों के बाद रविवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पीड़िता के परिजनों से मिलने उनके गाँव पहुँचे। जीतू पटवारी ने पीड़िता के परिजनों से मिल कर उन्हें ढाढ़स बँधाया। वहीं पीड़िता के परिजनों ने आरोपियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करने और उनके मकानों पर बुलडोज़र चलाने की माँग की।
पीड़ित परिवार से मिलने के बाद जीतू पटवारी अलीराजपुर पहुँचे, जहाँ मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव और वन मंत्री नागरसिंह चौहान पर जम कर हमला बोला। पटवारी ने सीएम के फोकट का राशन देने वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव लगातार आदिवासियो का अपमान कर रहे है। वे कभी महुआ बिनने वाली बहनों के ख़िलाफ़ बोलते है तो कभी सरकार की योजना के तहत दिये जाने वाले राशन को फोकट का राशन बताते है।
उन्होंने सीएम को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि यदि आदिवासियो को दिये जाने वाला राशन फोकट है तो बतौर मुख्यमंत्री मोहन यादव को मिलने वाली सारी सुविधाएँ भी फोकट की है। वहीं बीजेपी प्रत्याशी अनिता चौहान के पति मंत्री नागरसिंह चौहान पर हमला बोलता हुए पटवारी ने कहा कि अलीराजपुर ज़िले में माफिया राज चल रहा है, यहाँ से अवैध शराब गुजरात भेजी जा रही है और ये सब सत्ता के संरक्षण में हो रहा हैं। जीतू पटवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आदिवासी पीड़िता से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपी मंत्री का रिश्तेदार हैं।
पीसीसी चीफ ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से मंत्री नागरसिंह चौहान के इस्तीफ़े की माँग भी की। उन्होंने एनसीआरबी के आँकड़ो के माध्यम से प्रदेश सरकार और क़ानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए, आँकड़ो के हवाले से पटवारी ने दावा किया कि नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में मध्यप्रदेश टॉप पर है। इसी के साथ जीतू पटवारी ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 50 प्रतिशत सीटे जीतने का दावा भी किया।
ग़ौरतलब है कि शुक्रवार को एक शादी समारोह में शामिल होने के दौरान नाबालिग युवती से दुष्कर्म की घटना सामने आई थी। जिसके बाद पुलिस ने घटना में एफ़आईआर दर्ज करते हुए 3 नाबालिग आरोपीयो को चिन्हित कर उन्हें बाल सुधार गृह भेजा था। इस मामले के सामने आने बाद से ही इस पर राजनीति चरम पर है।