छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू के अलर्ट ने उड़ाई प्रशासन की नींद
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भिलाई। बर्ड फ्लू अलर्ट ने जिला और निगम प्रशासन की नींद उड़ा दी है। संचालनालय के आदेश के बाद पशुधन विभाग की टीम पोल्ट्री फार्मों की निरीक्षण की तैयारी में जुट गई है। उप संचालक पशुधन विभाग पशु चिकित्सकों की रैपिड एक्शन टीम गठित कर जिले के पोल्ट्री फॉर्म, कुक्कुट पालन केन्द्र और चिडिय़ाघर की जांच करेंगे। इससे पहले 2013 में बर्ड फ्लू फैला था। वेटरनरी कॉलेज अंजोरा के कुक्कुट पालन केन्द्र के लिए हैदराबाद से लाए गए वनराजा नस्ल के मुर्गा-मुर्गियों में बर्ड फ्लू के वायरस मिले थे। इस वजह से बर्ड फ्लू के वायरस दुर्ग-भिलाई में एक्टिव का होने की आशंका अधिक है। इन्ही बातों को ध्यान में रखते हुए संचालनालय स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, पशु पालन विभाग और पशु चिकित्सा महाविद्यालयों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। ट्विनसिटी में तीन महीने तक डेंगू के वायरस का प्रकोप था। इस बीमारी से दुर्ग, भिलाई और चरोदा सहित जिले में कुल 52 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बाद चिकनगुनिया का वायरस एक्टिव हो गया है। इस बीमारी से दुर्ग और भिलाई के लोग प्रभावित हुए हैं। निगम प्रशासन अभी वार्ड में शिविर लगाकर लोगों का स्वास्थ्य जांच कर रहे हैं। पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के डीन डॉ. एसपी तिवारी का कहना है कि बर्ड ब्लू एवियन इन्फ्लूएंजा (एच-1एन-1) वायरस है। इसे बर्ड फ्लू के नाम से जाना जाता है। वायरस सबसे अधिक मनुष्य और पक्षियों को प्रभावित करता है। बर्ड फ्लू इंफेक्शन मुर्गा-मुर्गी, टर्की और बत्तख की प्रजाति की पक्षियों को प्रभावित करता है। इससे इंसान और पक्षियों की मौत तक हो सकती है। बुखार के साथ कफ रहना, नाक बहना, सिर में दर्द रहना, गले में सूजन, मांसपेशियों में दर्द, दस्त होना, पेट के निचले हिस्से में दर्द के साथ उल्टी होने सांस लेने में दिक्कत होती है। मरे हुए पक्षियों से दूर रहें। अगर आपके आस-पास किसी पक्षी की मौत हो जाती है तो इसकी सूचना संबंधित विभाग को दें। नॉनवेज खरीदने से पहले सफाई का ध्यान रखें। वेटरनरी कॉलेज अंजोरा के डीन डॉ. एसपी तिवारी ने बताया कि आदेश तो नहीं मिला है। ऐहतियात बरती जाएगी। कुक्कुट पालन केन्द्र में लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया जाएगा। शासन के आदेश के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी।