शराब दूकान के छोटी-छोटी जगहों की आहाता नीलामी कितनी की हो सकती है?

शराब दूकान के छोटी-छोटी जगहों की आहाता नीलामी कितनी की हो सकती है?छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार अहाते की नीलामी कर खजाने भरने की प्लानिंग में है। छत्तीसगढ़ में शराब के सरकारी कारोबार से हर साल आबकारी विभाग को हजारों करोड़ की कमाई होती है। राज्य में हर साल मदिरा पीने वालों की बढ़ती संख्या से भी कमाई बढ़ रही है। सरकार को केवल शराब बिक्री से ही नहीं, बल्कि शराब पिलाने के लिए चलाए जाने वाले चखना सेंटर या अहातों से भी बड़ी कमाई मिलने जा रही है। राज्य सरकार ने अब देशी और अंग्रेजी शराब दुकानों के आसपास चलने वाले अहातों से भी कमाई का रास्ता निकाला है। अब जल्द ही शराब दुकानों से लगे अहातों की नीलामी की जाएगी। ये प्रोसेस ऑनलाइन रहेगा। खास बात ये है कि छोटी-छोटी जगहों की दुकानों के लिए 3 लाख से 41 लाख रुपए तक नीलामी दर रखी गई है। अनुमान है कि अहाता नीलामी से सरकार को सौ करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व मिलेगा।मिडिया अखबार में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार प्रदेश के सभी 33 जिलों की सभी शराब दुकानों के अहातों की नीलामी करने वाली है, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि अहातों के लिए तय आरक्षित मूल्य कितना होगा। इसके लिए वर्ष 2023-24 में अनुमानित ड्यूटी राशि के आधार पर निर्धारण होगा। इस आधार पर हर अहाते की बोली लाखों रुपए में लगेगी। सरकार ने हर अहाते के लिए निर्धारित मूल्य तय किया है। इस हिसाब से रायपुर जिले के नवापारा की देशी शराब दुकान के लिए 40 लाख 9 हजार रुपए आरक्षित मूल्य रखा गया है। खरोरा की देशी शराब दुकान के अहाते के लिए यह बोली 37 लाख 19 हजार से शुरू होगी। नेवरा की कंपोजिट दुकान का अहाता 35 लाख 70 हजार का होगा।रायपुर में भाठागांव की विदेशी मदिरा दुकान के अहाते के लिए बोली 34 लाख 25 हजार से शुरू होगी। विदेशी शराब दुकान सड्डू के अहाते के लिए 21 लाख 35 हजार आरक्षित मूल्य है। कुरुद की देशी मदिरा कंपोजिट दुकान का अहाता 41 लाख 77 हजार रुपए से अधिक की बोली पर उठेगा। दुर्ग जिले में पाटन की देशी शराब दुकान का अहाता 36 लाख 22 हजार का होगा। इसी तरह प्रदेशभर की सभी देशी- विदेशी शराब दुकानों के सैकड़ों अहातों के लिए लाखों रुपए की बोली नीलामी के लिए तय हुई है।