कवर्धा

सरस मेला बना व्यवसाय का सुखद अवसर

महिला समूह के उत्पादों की बिक्री ने बढ़ाई महिला उद्यमी के हौसले

उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के पहला का मिलने लगा सुखद परिणाम

कवर्धा, 01 मार्च 2024। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के प्रयासों का सुखद परिणाम सरस मेला के रूप में दिखने लगा है। ग्रामीण क्षेत्र की महिला स्वयं सहायता समूह की दिदियों को व्यवसाय का अवसर प्रदान करने के लिए श्री विजय शर्मा के प्रयास ने महिला उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिए आत्मविश्वास से भर दिया है। उल्लेखनीय है कि जिले में पहली बार दिनांक 26 फरवरी से 6 मार्च तक क्षेत्रीय सरस मेला का आयोजन पीजी कॉलेज ग्राउंड कवर्धा में हो रहा है जिसमें लगभग 200 स्टॉल लगाए गए हैं। महिला स्व सहायता समूह स्वदेशी मंच क्राफ्ट बाजार एवं निजी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों द्वारा अपने स्टाल लगाए गए हैं।

महिला समूह को सरस मेला से अच्छा लाभ मिल रहा है जिस पर एक नजर…….

1) जय मां शीतला स्वयं सहायता समूह ग्राम डगनिया विकासखंड धमधा जिला दुर्ग ने सरस मेला में अपना फूड स्टॉल लगाया है। समूह की अध्यक्ष श्रीमती सरोज यादव एवं सचिव श्रीमती शितला यदु ने चर्चा करते हुए बताया कि इनके द्वारा चाइनीस पकोड़ा छोले-भटूरे भजिया मुगोड़ी स्प्रिंग रोल दोसा आदि का विक्रय किया जा रहा है। प्रतिदिन लगभग 3500 से 4000 रुपए की आमदनी हो रही है। अभी तक 18 से 20 हजार रुपए का व्यवसाय हो गया है। समूह की महिलाओं ने बताया कि शाम को मेले में अच्छी भीड़ रहती है जिसके कारण हमारा व्यवसाय भी बढ़िया हो रहा है।

2) निर्मल ग्राम संगठन कवर्धा समूह की अध्यक्ष श्रीमती सरिता यादव एवं सचिव श्रीमती लताबाई ने बताया कि छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का फूड स्टॉल लगाया गया है। जिसमें चीला चौसेला फरहा दाल बड़ा साबूदाना बड़ा मंगोड़ी भजिया आदि का विक्रय किया जा रहा है।प्रतिदिन 3000 से 3500 रुपए की आमदनी हो रही है और व्यापार अच्छा चल रहा है।

3)उज्जवला स्व सहायता समूह ग्राम करगीह पोस्ट सुपेली जिला दुर्ग ने बताया कि इनके द्वारा कोसा सिल्क कांजीवरम कॉटन जैसे हैंडलूम की बिक्री स्टॉल के माध्यम से की जा रही है। हमारा काम मूल रूप से प्लेन साड़ियों को खरीद कर उन्हें डिजाइन कर तैयार करना फिर उसे विक्रय करना है। कवर्धा सरस मेला में प्रतिदिन 5 से 7 हजार रुपए की विक्रय हो रहा है। अभी प्रतिदिन 40 से 50 साड़ियों की बिक्री हो रही है मेले में भीड़ अच्छी आ रही है जिसके कारण लगातार बिक्री बढ़ी है और व्यवसाय अच्छा हो रहा है।

4) मां खुड़िया रानी कृषक उत्पाद कंपनी बगीचा जिला जशपुर से आए समूह की दीदी श्रीमती सुशीला यादव श्रीमती अनीता पैकरा ने बताया कि वह अपने स्टॉल से उनके समूह द्वारा जशपुर में उत्पादित चाय पत्ती काजू सुगंधित जीरा फुल चावल रागी आटा रागी एवं कटहल के बिस्कुट का विक्रय कर रहे हैं। अभी तक 10 से 12 किलो जीरा फुल चावल विक्रय कर 900 रुपए की कमाई हुई है। 8 किलो काजू विक्रेकर 6400 में विक्रय किये है।10 किलो रागी आटा 700 रुपए में सरसों तेल बेसन एवं अन्य सामग्रीय बेचकर अच्छी आमदनी हो रही है। खास बात यह है कि सरस मेला में आने वाले लोगों को जीरा फुल चावल एवं काजू चाय पत्ती बहुत पसंद आया है यही कारण है कि व्यवसाय अच्छा हो रहा है।

5) गायत्री महिला स्व सहायता समूह बोरतरा विकासखंड नवागढ़ जिला बेमेतरा के समूह द्वारा फोटो फ्रेमिंग का कार्य किया जा रहा है। इनके द्वारा देवी देवताओं,महापुरुषों एवं अन्य आकर्षक फ़ोटो फ्रेमिंग तैयार कर स्टॉल के माध्यम से विक्रय किया जा रहा है।समूह की अध्यक्ष श्रीमती पायल खरे एवं सचिव श्रीमती उषा साहू ने बताया कि लोगों को फोटो फ्रेम एवं उसकी क्वालिटी पसंद आ रही है।यही कारण है कि पिछले दो से तीन दिनों में सेल बढ़ा है। प्रतिदिन 1200 से 1500 रुपए का व्यवसाय हो रहा है।

6)जय मां अंबे समूह ग्राम गोपालपट विकासखंड धुमका जिला राजनांदगांव समूह के सदस्यों ने बताया कि इनका चूड़ी एवं कान का बेचने का व्यवसाय है।चूड़ियां फिरोज़ाबाद से थोक के भाव में लाकर उसे प्रक्रिया कर आकर्षक डिजाइनों में सजाया जाता है। 2 दिन से स्टॉल लगाए हैं सिर्फ बीते कल में है 5 हजार रुपए से अधिक का व्यवसाय हो गया है और दो दिनों में लगभग 8 हजार रुपए की आमदनी हो गई है।
उल्लेखनीय की ऐसे ही अन्य स्टालो में समूह के विभिन्न उत्पादों को लोगों का अच्छा परिसाद मिल रहा है। महिला समूह के सदस्य खुश है कि सरस मेला के आयोजन से व्यापार आगे बढ़ रहा है और अपने उत्पादो को बड़ी संख्या में लोगों के बीच पहुंचाने का सुअवसर मिला है।

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