#SarkarOnIBC24 : लोकसभा चुनाव से पहले इलेक्टोरल बॉन्ड पर छिड़ा संग्राम, चंदा को कांग्रेस ने बनाया चुनावी मुद्दा! देखें ये वीडियो
रायपुरः SarkarOnIBC24 चुनाव में अक्सर हर पार्टी को तलाश रहती है एक ऐसे मुद्दे की जो उसकी नैय्या पार लगा दे। कौन सा मुद्दा जनता के दिल को छुएगा और उसे वोट में बदलने में पार्टी कामयाब होगी ये बड़ा सवाल है। बात अगर छत्तीसगढ़ की करे तो यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है। दोनों ने अपने-अपने मुद्दे तय कर दिए हैं, इसमें ताजा जुड़ा मुद्दा इलेक्टोरल बॉन्ड का है, जिसे लेकर कांग्रेस हमलावार है और छत्तीसगढ़ में इसे लेकर सियासत खूब गरमाई हुई है।
SarkarOnIBC24 लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पूरे फॉर्म में है। प्रत्याशियों की ताबड़तोड़ घोषणा के साथ पीएम विपक्ष पर कई मुद्दों को लेकर हमलावर हैं। चुनाव में परिवारवाद, मोदी की गारंटी और राम मंदिर बीजेपी के अहम मुद्दे हैं। वहीं कांग्रेस ने बेरोजगारी, महिला, किसान और नौजवानों के लिए अहम घोषणाएं कर चुनावी मैदान में बढ़त बनाने की कोशिश की है। इसी बीच इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर सुप्रीम कोर्ट की सख्ती और इसके सामने आए डेटा से कांग्रेस को एक और चुनावी मुद्दा मिल गया है।
कांग्रेस ने जिलों में की प्रेस कॉन्फ्रेंस
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने इसे लेकर प्रदेश के कई शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी सरकार ने ED, CBI और IT का डर दिखाकर उद्योगपतियों को बीजेपी को चंदा देने के लिए मजबूर किया। आजाद भारत के इतिहास में ये अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। कांग्रेस ने इसे लेकर अलग-अलग शहरों रायगढ़, अंबिकापुर, राजनांदगांव, बलरामपुर और धमतरी में प्रेस कॉन्फेंस कर मोदी सरकार को घेरा।
बैज ने साधा था निशाना
इससे पहले पीसीसी चीफ दीपक बैज ने मंगलवार को रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेस कर BJP सरकार पर हमला बोला था। बैज ने कहा था कि इलेक्टोरल बांड पर केंद्र सरकार जानकारी छुपाना चाहती थी। सुप्रीम कोर्ट ने इलेक्टोरल बांड पर केंद्र सरकार की पोल खोल दी है। केंद्र सरकार ने ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग कर बीजेपी के चंदा वसूली अभियान में मदद की। वहीं बीजेपी इस पर जवाबी पलटवार कर रही है।
आरोप-प्रत्यारोप का दौर होगा तेज
लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे आगे बढ़ेगा आरोप-प्रत्यारोप का दौर और तेज होगा। हर चरण के मतदान के साथ चुनावी जंग और तेज होने के आसार हैं। दरअसल चुनाव में खड़ी सभी पार्टियों का काफी कुछ दांव पर लगा है। हर पार्टी को तलाश है एक ऐसे मुद्दे की जिससे विपक्षी को घेरा जाए। कांग्रेस को ऐसी ही उम्मीद इलेक्टोरल बॉन्ड के चुनावी मुद्दे में नजर आ रही है। अब ये देखना होगा की कांग्रेस इसे कितना भुना पाती है और जनता अपने वोट के रूप में इस पर क्या फैसला देती है।