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भिलाई में आचार्य विद्यासागर महाराज को सर्वधर्म सभा के साथ दी गई विनयांजलि

भिलाई में आचार्य विद्यासागर महाराज को सर्वधर्म सभा के साथ दी गई विनयांजलि

सांसद विजय बघेल तथा विधायक रिकेश सेन, विधायक ललित चंद्राकर व पूर्व विधायक अरुण वोरा ने की आचार्य को भारत रत्न देने की मांग

भिलाई। आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के देवलोक गमन पर आज सारा देश विलाप कर रहा है। बीते दिनों आचार्य विद्यासागर महराज ने समाधि ली। इसके बाद देशभर में उन्हें विनयांजलि देले का सिलसिला चल पड़ा है। इसी कड़ी में भिलाई शहर के लोगों ने सर्वधर्म सभा के माध्सम से सकल जैन समाज भिलाई द्वारा सिविक सेंटर में आयोजित विशेष कार्यक्रम में विनयांजलि दी। इस अवसर पर दुर्ग लोकसभा के सांसद विजय बघेल, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल, पूर्व विधायक अरुण वोरा सहित बड़ी संख्या में  दुर्ग भिलाई जैन समाज के लोगों ने कार्यक्रम में पहुंचकर दीप प्रज्ज्वलित कर विनयांजलि दी।

इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलाचरण के साथ नीलम जैन और आकाश जैन ने धार्मिक भजनों के साथ किया। मंगलाचरण नीलम जैन ने किया और आचार्य श्री के विद्यांजलि स्वरूप श्रीमती साधना जैन बाकलीवाल काव्य गीत के रूप में अपनी भावना व्यक्त की। विनयांजलि सभा में छत्तीसगढ़ के राष्ट्रीय बैंड के सैनिकों ने णमोकार महामंत्र की धुन के साथ आचार्य श्री जी को वंदन करते हुए विनयांजलि दी। मंच संचालन प्रशांत जैन और क्षितिज जैन के साथ पीयूष जैन ने भी संचालन किया। संपूर्ण मंच व्यवस्था एवं साज सज्जा रुआबांधा दिगंबर जैन समाज के साथ राजीव जैन को ने किया। रिसाली जैन समाज के श्री दिनेश जैन अपने भाव व्यक्त करते हुए विनयांजलि अर्पित की। रिसाली दिगंबर जैन समाज के कमलेश विनायके, सुनील जैन, संतोष जैन आदि उपस्थित थे। गैलरी का निर्माण साधना जैन, पीयूष जैन, आलोक जैन, अरविंद जैन, निशांत जैन के साथ वैशाली नगर जैन समाज का सहयोग रहा। नेहरू नगर जैन समाज से सचिन वंश, श्रीकांत, पिंकु जैन, भरत जैन आदि का सहयोग रहा। प्रखर जैन का वीडियोग्राफी में सहयोग रहा। फूलों की सजावट जेना फूल भंडार द्वारा किया गया। कार्यक्रम के संयोजन में प्रशांत जैन, क्षितिज जैन, राजीव जैन, अरविंद जैन, कमलेश विनायके, प्रशासनिक व्यवस्था भागचंद जैन एवं अशोक पहाड़िया का विशेष सहयोग रहा।

विनयांजलि कार्यक्रम के दौरान सांसद विजय बघेल, ने कहा की भिलाई दुर्ग टाउनशिप क्षेत्र में उनके भव्य प्रतिमा स्थापित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आचार्य श्री पूरे विश्व के संतों में एक महान संत थे। उनकी गणना और उनके त्याग संयम अध्याय की पराकाष्ठा को कोई नहीं समझ सका। आचार्य श्री ने अपने जीवन में संयम एवं अपने धार्मिक परंपराओं के अनुरूप अपने गुरु ज्ञान सागर के बताए हुए मार्गों पर चलते हुए अपना सारा जीवन व्यतीत किया और साथ ही अपने शिष्यों को भी उसी रास्ते पर चलने के लिए मार्गदर्शन दिया। उनकी यह सोच देश समाज और व्यक्ति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

सांसद बघेल ने कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं उनके भक्त हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उनके त्याग तपस्या की पूरी जानकारी देश के कार्यकर्ताओं को देते हुए कहा कि ऐसे संत को मैं विनयांजलि देते हुए अपनी भावनाओं को रोक नहीं पा रहा हूं। पीएम मोदी ने कहा था कि उनके दर्शन करने डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी पर्वत पर गया। उस समय क्या पता था कि यह उनके अंतिम दर्शन होंगे। सांसद बघेल ने कहा कि मुझे गुरुवर का सितंबर माह में डोंगरगढ़ क्षेत्र में आशीर्वाद प्राप्त हुआ।

पूर्व विधायक अरुण वोरा ने भी सभा को संबोधित किया और अपनी विनांजलि दी। उन्होंने आचार्य के साथ बिताए संस्मरण को याद करते हुए बताया कि उनकी हर बातों का बहुत महत्व हुआ करता था मैं उनसे प्रभावित रहा और उनके प्रभावित आचरण से ही दुर्ग शहर के जेल के पास एक चौक अहिंसा चौक बनाया गया। उन्हीं के मार्गदर्शन पर शेर और गाय को एक साथ एक कटोरा में पानी पीते दिखाया गया है। यह संदेश अहिंसा का सबसे बड़ा संदेश है जो दुर्ग एवं शहर के आने वाले प्रत्येक नागरिकों को अहिंसा का संदेश देता रहेगा। अरुण वोरा ने प्रदीप बाकलीवाल के नाम का संबोधन विनयांजलि के दौरान किया।

कार्यक्रम के दौरान दुर्ग नगर निगम निगम के महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि आचार्य श्री जो भी कार्य करते थे उसकी जानकारी उनके शिष्यों को भी नहीं होती थी। वह ऐसे सिद्धांत वादी थे की भगवान महावीर और उनके परम आचार्य कुंदकुंद स्वामी के सिद्धांतों पर चलते हुए देश प्रदेश क्षेत्र समाज प्रत्येक नागरिक और जीव जंतुओं के प्रति अपनी भावनाएं रखते हुए उनके और उनकी सुरक्षा के लिए कार्य करते रहे। वे कभी भी किसी के प्रति नकारात्मक बात नहीं सोचते थे।

कार्यक्रम में मौजूद डॉ प्रमोद विनायके ने कहा  कि मुझे जीवन में पहली बार किसी संत को आहार देने का मौका मिला तो वह आचार्षि विद्यासागर महाराज जी थे। डॉ नीलम जैन ने अपने धार्मिक उद्गारों की भावना प्रकट की। प्रशांत जैन ने कहा कि आचार्य श्री के सानिध्य में मैं भिलाई और चंद्रगृह तीर्थ क्षेत्र में सदैव उनके आशीर्वाद से धार्मिक कार्यों से जुड़ा रहा। आचार्य ने इंडिया नहीं भारत बोलो का भी संदेश दिया था। डॉक्टर उज्ज्वल पाटनी ने भी विनयांजलि देते हुए अपने संस्मरण बताए।

राजीव जैन को ने कहा कि मेरा आचार्य श्री पर गहरी आस्था थी। मैं अपने आंसू रोक नहीं पा रहा हूं। उन्हीं के आशीर्वाद से पंचकल्याणक महोत्सव से रुआबांधा दिगंबर जैन मंदिर का निर्माण हुआ। राजेश जैन ने कहा कि आचार्य श्री को रुआबांधा मंदिर से आस्था थी। यहां के सैकड़ों बच्चों ने उनके आशीर्वाद से जैन धर्म संस्कृति व संस्कार ग्रहण किया। डॉ आरके जैन एवं ज्ञानचंद बाकलीवाल ने भी अपनी विनयांजलि अर्पित की। जहां ज्ञानचंद बाकलीवाल ने कहा कि आचार्य श्री के आशीर्वाद से भिलाई तीन में संत निवास और जैन गुरुकुल का निर्माण करने जा रहे हैं। कार्यक्रम में तरण तारण समाज के भागचंद जैन ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के सानिध्य में उनका आशीर्वाद प्राप्त होते रहा है।

प्रदीप जैन बाकलीवाल ने कहा कि अनेक समितियों जिसमें श्रीकृष्ण गौशाला जीवरक्षा केन्द्र, मानव सेवा परिसर, श्रीखंडेलवाल दिगबंर जैन बाकलीवाल भवन, चेंबर ऑफ कामर्स और सूयश सागर महाराज जी के गृहस्थ जीवन के परिजनों द्वारा विनयांजलि देते हुए कहा कि आचार्य श्री के साथ मुझे अनेक वर्षों से उनके साथ संपर्क करने का अवसर मिला। भिलाई जैन समाज का प्रचार प्रभारी होने के कारण मुझे आचार्य श्री का आशीर्वाद प्राप्त होता रहा है। उन्हीं के आशीर्वाद से बाकलीवाल परिवार को रुआबांधा दिगंबर जैन मंदिर में प्रथम शिलान्यास का अवसर प्राप्त हुआ था। छत्तीसगढ़ राज्य में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज को लाने का श्रेय  प्रसिद्ध उद्योगपति व समाज सेवी बलवंत राय जैन को जाता है। आचार्य श्री के विद्यासागर महाराज के आशीर्वाद से ही श्री चंद्रगृह तीर्थ क्षेत्र की स्थापना हुई।

श्री त्रिवेणी जयंती सेक्टर 6 में भी आचार्य श्री का आगमन हुआ था जहां जैन मिलन, जैन ट्रस्ट, श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर के भक्तों ने अपनी मुनि भावना भक्ति भाव के साथ व्यक्त की थी। आचार्य श्री संजय मुनि जी ने नाकोड़ा तीर्थ क्षेत्र से सभा में अपने मांगलिक वचन देते हुए विश्ववंदनीय परम पूज्य आचार्य विद्यासागर महाराज जी को विनयांजलि देते हुए कहा कि आज उनके देवलोक गमन से राष्ट्र को बहुत बड़ी क्षति पहुंची है। जैन ट्रस्ट के दानमल पोरवाल ने विनयांजलि देते हुए कहा कि विद्यासागर महाराज जी जैन नहीं बल्कि जननायक थे। जैन मिलन के मुकेश जैन ने भी विनयांजलि दी। वैशाली नगर दिगंबर जैन मंदिर के अरविंद जैन ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी एक महान संत थे। उनकी त्याग, तपस्या व कठोर साधना से उनका मोक्ष मार्ग प्रशस्त हुआ। हम सभी वैशाली नगर जैन समाज के सदस्य अपनी विनयांजली अर्पित करते हैं।

ब्रह्माकुमारी देवी ब्रह्माकुमारी देवी जी ने भी अपने भावना प्रकट किए। चेंबर ऑफ कॉमर्स, सिख समाज, साहू समाज, सनातन धर्म हनुमान मंदिर, अग्रवाल समाज, स्वदेशी जागरण मंच, हिंदू मंच, विश्व हिंदू परिषद, जैन महिला क्लब, प्रगति महिला मंडल भिलाई, दुर्ग श्वेतांबर दिगंबर स्थानक, तरण तारण जैन समाज के लोगों ने अपनी विनयांजलि दी। आध्यात्मिक संस्कार धर्मगुरु श्री बोर्डे ने भी अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे अनेक बार आचार्य विद्यासागर महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ था। उन्होंने ने भी अपनी विनयांजली दी।

बीएसपी नगर प्रशासक विभाग पुलिस प्रशासन नगर पालिका निगम भिलाई दुर्ग और दुर्ग भिलाई के समस्त जैन मंदिरों के हजारों उपस्थित जनों ने आचार से विद्यासागर महाराज जी की मंगल आरती करते हुए एक-एक दीपक जिन्होंने घर से लेकर आए थे। अपनी भावना व्यक्त करते हुए आचार्य श्री के छायाचित्र पर वंदन किया और दीपक अर्पित करते हुए विनयाजलि दी। संपूर्ण कार्यक्रम जैन धर्म के अहिंसा परमो धर्म सिद्धांत पूर्ण अनुशासन और संयम के साथ हुआ। सबसे विशेष बात यह रही की यथासंभव उपस्थित जनों में रात्रि भोज का त्याग का नियम भी लिया था। सभा में विशेष रूप से उपस्थित भाजपा जिला भिलाई के अध्यक्ष महेश वर्मा, प्रदेश कार्यसमित सदस्य बृजेश बिचपुरिया, सीजू एंथोनी, बीएसपी यूनियन के उज्ज्वल दत्ता, चेंबर ऑफ कामर्स के अजय भसीन, अनुप बंसल, महावीर प्रकाश जैन, पारसधाम के प्रभात जैन, आनंद जैन, अनुपम जैन, राजेश सूपर बाजार के राजेश जैन, मुकेश जैन, सुरेश जैन, मनोज पहाड़िया, निर्मल जैन, आदि ने विनयांजलि दी।

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