भिलाई में सतर्कता जागरूकता सप्ताह का इडी दास ने किया उदघाटन

भिलाई। भिलाई इस्पात संयंत्र में सतर्कता जागरूकता सप्ताह समारोहपूर्वक मनाया जा रहा है। इस वर्ष के सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2019 का विषय ईमानदारी. एक जीवन शैली है। मुख्य अतिथि भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक संकार्य पी के दाश ने मानव संसाधन विकास केन्द्र के सभागार में सतर्कता जागरूकता सप्ताह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के रूप में यूके सरकार,डीआईजी सीआईएसएफ उपस्थित थे।
इस अवसर पर संयंत्र के कार्यपालक निदेशक वित्त एवं लेखाद्ध बी पी नायक, कार्यपालक निदेशक सामग्री प्रबंधन एस खैरूल बसर, कार्यपालक निदेशक खदान एवं रावघाट मानस बिस्वास, निदेशक प्रभारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ डा एस के इस्सर, कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन के के सिंह एवं कार्यपालक निदेशक परियोजनाएँ ए के भट्टा सहित संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कार्यपालक निदेशक संकार्य पी के दाश ने देश के लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर सतर्कता जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पी के दाश ने उपस्थितों को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलायी।
इससे पूर्व एस एम उदंडकर सीजीएम ;सतर्कताद्ध और एसीवीओए बीएसपी ने स्वागत भाषण देते हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने पिछली तीन तिमाहियों में सतर्कता विभाग की विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
भारत के उपराष्ट्रपति और सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अवसर पर केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा जारी किए गए संदेशों को क्रमश् जीएम सतर्कता सत्यब्रत कर और ए के सिंह ने संदेशों का वाचन किया।
बीआईटीए दुर्ग में भाषण प्रतियोगिता आयोजित
सतर्कता जागरूकता सप्ताह .2019 के अवलोकन के एक भाग के रूप में संस्थान के छात्रों के लिए बीआईटीए दुर्ग में भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। भाषण प्रतियोगिता का विषय सत्यनिष्ठएक जीवन पद्धति और ईमानदारी, एक जीवन शैली था। बीआईटी, दुर्ग के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के सभागार में दोपहर 1.30 बजे प्रतियोगिता शुरू हुई। कार्यक्रम के प्रारंभ मेंए बीआईटी की ओर से उपस्थित सभी छात्रों और संकायों के लिए सत्यनिष्ठा के शपथ दिलाई गई। सभी विधाओं के कुल 23 छात्रों ने प्रतियोगिता में भाग लिया। छात्रों ने हिंदी और अंग्रेजी दोनों में अपना भाषण दिया। उन्होंने सत्यए पारदर्शिता और ईमानदारी के लिए निरंतर प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने बुनियादी सार्वभौमिक मूल्यों के बारे में भी बताते हुए कहा कि ष्हम जो उपदेश देते हैं उसका अभ्यास करना चाहिए। कुछ छात्रों ने मान्यता और विश्वास के बीच अंतर तथा ईमानदारी और अखंडता के बीच बुनियादी अंतर के बारे में बात की। ज्ञान का स्तर और शैली व प्रस्तुति अत्यंत उच्च स्तरीय था।
प्रथम पुरस्कार विजेता रही सुश्री मानसी देशमुख द्वितीय पुरस्कार जीता। सुयश कुमार अग्रवाल तृतीय पुरस्कार, शिखर स्वरूप और सांत्वना पुरस्कार सुश्री सुहानी पांडे ने जीता। प्रतियोगिता के निर्णायक थे। विशाल गुप्ता, जीएम आरएम, बीएसपी और श्री नागेंद्र त्रिपाठी, प्रोफेसर इलेक्ट्रिकल विभाग, एचओडी सी एंड ई, बीआईटी की श्रीमती सुब्रत नागपाल कार्यक्रम की मुख्य समन्वयक थीं।