छत्तीसगढ़ बजट 2024: कल खुलेगा ओपी का पिटारा, सवा लाख करोड़ का हो सकता है बजट

रायपुर। वित्त मंत्री ओपी चौधरी कल वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट पेश करेंगे। बजट का आकार 1.25 से 1.30 लाख करोड़ होने का अनुमान है। चूंकि दो महीने बाद लोकसभा का चुनाव होना है ऐसे में बजट में मोदी की गारंटी वाली योजनाओं पर फोकस किया जाएगा। हालांकि अपने 3 बड़े वादों के लिए सरकार पहले ही बजट जारी कर चुकी है। इसमें दो वर्ष का बकाया बोनस, 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी और महतारी वंदन योजना शामिल है।
वित्तीय व्यवस्था के जानकारों के अनुसार वित्त मंत्री चौधरी के सामने राज्य सरकार पर बढ़ते कर्ज के बोझ के बीच चुनावी वादों को पूरा करना और राज्य को विकास की पटरी पर दौड़ने की बड़ी चुनौती है। बता दें कि राज्य सरकार पर कर्ज का बोझ 95 हजार करोड़ तक पहुंच चुका है। इधर भाजपा को अपने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए बड़े बजट की जरुरत है। इधर, लोकसभा चुनाव को देखते हुए राज्य सरकार ने अभी तक पूर्ववर्ती सरकार की ज्यादार योजना को जारी रखा है। इस पर भी अच्छा खासा बजट जा रहा है। इसमें बिजली बिल हाफ और बेरोजगारी भत्ता मुख्य है।
बजट से पहले कैबिनेट की बैठक
वित्त मंत्री चौधरी कल दोपहर 12 बजे सदन में बजट पेश करेंगे। इससे पहले राज्य कैबिनेट की बैठक होगी, जिसमें बजट को मंजूरी दी जाएगी। कल विधानसभा की कार्यवाही अपने निर्धारित समय 11 बजे शुरू होगी। एक घंटे के प्रश्नकाल के बाद सदन में बजट पेश किए जाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
प्रदेश के अब तक के वित्त मंत्री
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद रामचंद्र सिंहदेव पहले वित्त मंत्री थे। 2003 में भाजपा सत्ता में आई तो अमर अग्रवाल वित्त मंत्री बनाए गए, लेकिन 2006 में उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने वित्त विभाग की कमान संभाल ली। 2018 तक डॉ. रमन ने ही बजट पेश किया। 2018 में कांग्रेस सत्ता में आई तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वित्त विभाग अपने ही पास रखा। अब नई सरकार में ओपी चौधरी वित्त मंत्री बनाए गए हैं।
वर्ष
मुख्य बजट (करोड़ रुपये में)
2023-24
1,21,500
2022-23
1,04,000
2021-22
97,106
2020-21
95650
2019-20
93,816
2018- 19
83,179
2017- 18
76,032
2016-17
70,059