अब 4 साल का बीएड कोर्स बंद होगा, 2 वर्षीय बीएड का क्या होगा
एनसीटीई के अनुसार जो इंस्टीट्यूट पहले से 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएससी बीएड और बीए बीएड कोर्स करवा रहे हैं, उनकी मान्यता अभी जारी रहेगी। फिलहाल 2025 से पहले तक उन्हें इस शर्त के अधीन विद्यार्थियों का एडमिशन न लेने की अनुमति दी जाएगी कि वे शैक्षणिक सत्र 2025-26 की शुरुआत से पहले संशोधित रेगुलेशन के अनुसार नए इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स आईटीईपी में परिवर्तित हो जाएंगे। पुराने चार वर्षीय एकीकृत बीएड कोर्स चलाने वाले किसी भी इंस्टीट्यूट को 2025-26 सत्र से नये एडमिशन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
2 साल वाले बीएड कोर्स का क्या होगा?
फिलहाल एनसीटीई द्वारा जारी नोटिस में 2 वर्ष के बीएड कोर्स को बंद करने को लेकर कुछ नहीं कहा गया है। अभी के नोटिस में 2 वर्षीय बीएड कोर्स को बंद करने को लेकर कोई खबर नहीं है। लेकिन नई शिक्षा नीति के प्रावधानों की माने तो 2030 के बाद स्कूलों में वही शिक्षक भर्ती होंगे, जिन्होंने नया वाला आईटीईपी 4 वर्षीय बीएड कोर्स किया होगा। 2 वर्षीय बीएड भी चलेगा, लेकिन इसका प्रयोग उच्च शिक्षा के लिए होगा।
आईटीईपी कोर्स क्या है?
आईटीईपी, जिसे 26 अक्टूबर 2021 को अधिसूचित किया गया था, एक 4 साल की दोहरी-समग्र स्नातक डिग्री है, जो बी.ए. बी.एड./ बी.एससी बी.एड. / और बी.कॉम बी.एड. कोर्स ऑफर करती है। यह कोर्स नई शिक्षा नीति के अंतर्गत दिए गए नए स्कूल एजुकेशन सिस्टम के 4 चरणों यानी फाउंडेशनल, प्रिपरेटरी, मिडिल और सेकेंडरी (5+3+3+4) के लिए शिक्षकों को तैयार करेगा।
नए आईटीईपी कोर्स में विद्यार्थी 12वीं कक्षा के बाद अपनी पसंद से टीचर को करियर के रूप में चुन सकते हैं। इस इंटीग्रेटेड कोर्स से विद्यार्थियों को एक वर्ष की बचत होगी। विद्यार्थी 3 साल की ग्रेजुएशन और 2 साल का बीएड करने के बजाय पाठ्यक्रम को 4 वर्षों में पूरा कर सकेंगे।