खनिज विभाग को मजबूत करने अमला बढाने शासन को भेजा जायेगा प्रस्ताव-संभागायुक्त

खनिज विभाग में संभाग स्तर पर उप संचालक के लिए शासन को भेजा जायेगा प्रस्ताव
एक माइनिंग इंस्पेक्टर और चार सिपाहियों के सेटअप हेतु की जायेगी मांग
दुर्ग। खनिज विभाग को मजबूत करने अमला बढ़ाने तथा संभाग स्तर पर उप संचालक का पद सृजित करने तथा सेटअप के लिए शासन के समक्ष प्रस्ताव भेजा जाएगा। सेटअप में उप संचालक के साथ एक माइनिंग इंस्पेक्टर और चार सिपाहियों के पद भी होंगे। इस बात का निर्णय संभागायुक्त दिलीप वासनीकर की अध्यक्षता में खनिज विभाग के अधिकारियों की बैठक में लिया गया। श्री वासनीकर ने कहा कि संभाग स्तर पर सेटअप होने से खनन संबंधी गतिविधियों की मानिटरिंग में अधिक सुविधा होगी और अतिरिक्त अमला उपलब्ध होने से बेहतर कार्य हो सकेगा। श्री वासनीकर ने कहा अवैध उत्खनन को रोकना विभाग की सबसे पहली प्राथमिकता है क्योंकि इससे बड़े पैमाने पर राजस्व का नुकसान भी होता है और साथ ही पर्यावरण पर भी इसका असर होता है। उन्होंने कहा कि संभाग में विकास की गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसके लिए रेत वगैरह की उपलब्धता सुनिश्चित हो। जरूरी औपचारिकताओं को पूरा करने के पश्चात नियमानुसार खनन कार्य हो ताकि लोगों को आसानी से मटेरियल उपलब्ध हो। पूछा कितना लक्ष्य हासिल कर लिया- कमिश्नर ने कहा कि खनिज विभाग शासन के सबसे महत्वपूर्ण विभागों में से है क्योंकि इससे प्राप्त राजस्व से ही विकासमूलक गतिविधियों का संचालन होता है। डीएमएफ के माध्यम से शासन द्वारा स्थानीय जनता के लिए विकास के कार्य कराए जाते हैं। विभागीय अधिकारियों द्वारा लक्ष्य के अनुरूप जितनी उपलब्धि हासिल की जाएगी उतनी ही राशि जनता के विकास कार्यों के लिए उपलब्ध होगी। अब तक दुर्ग संभाग में 226 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ- दुर्ग जिले में इस वित्त वर्ष में अब तक 32 करोड़ 70 लाख रुपए, राजनांदगांव जिले में 8 करोड़ 60 लाख रुपए, बेमेतरा जिले में एक करोड़ 56 लाख रुपए, बालोद जिले में 136 करोड़ 68 लाख रुपए तथा कबीरधाम जिले में 76 लाख 54 हजार का खनिज राजस्व प्राप्त हुआ है। इस प्रकार अब तक दुर्ग संभाग में 226 करोड़ 71 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त हो चुका है संभाग में अवैध उत्खनन के 64 प्रकरण, अवैध खनिज परिवहन के इस साल 574 प्रकरण- दुर्ग संभाग में इस साल अब तक अवैध उत्खनन के प्रकरणों पर कार्रवाई की गई। इसी प्रकार अवैध खनिज परिवहन के प्रकरणों पर भी कार्रवाई की गई। दुर्ग जिले में अवैध उत्खनन के चार प्रकरण तथा अवैध खनिज परिवहन के 76 प्रकरण दर्ज किए गए। राजनांदगांव जिले में अवैध उत्खनन के 17 प्रकरणों पर कार्रवाई की गई तथा अवैध खनिज परिवहन के 170 प्रकरणों पर कार्रवाई की गई। बेमेतरा में अवैध उत्खनन के 25 प्रकरणों पर तथा अवैध खनिज परिवहन के 60 प्रकरणों पर कार्रवाई की गई। बालोद में अवैध उत्खनन के 11 प्रकरणों पर तथा अवैध परिवहन के 171 प्रकरणों पर कार्रवाई की गई। कबीरधाम में अवैध उत्खनन के 37 प्रकरण तथा अवैध परिवहन के 47 प्रकरण दर्ज किए गए।