हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग में आचार्य डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा शोधपीठ उद्घाटित
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग में आचार्य डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा शोधपीठ का आज उद्घाटन हुआ। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा ने की । यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय की डीसीडीसी, डॉ. प्रीता लाल ने बताया कि इस शोधपीठ की स्थापना से विष्वविद्यालय में शोधगतिविधियों जैसे- शोधपत्रों के प्रकाषन, शोध संगोष्ठियों का आयोजन तथा सम-समायिक विषयों पर आमंत्रित व्याख्यानों के आयोजन में गति आयेगी। डॉ. लाल ने बताया कि कुलपति, डॉ. अरूणा पल्टा ने अपने संबोधन में आचार्य डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा को हिन्दी के विद्वान होने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की माटी का सच्चा सपुत बताया। उल्लेखनीय है कि 80 के दषक में डॉ. पल्टा एवं आचार्य नरेन्द्र वर्मा ने रायपुर स्थित शासकीय डी.बी. गर्ल्स कॉलेज में एक साथ शासकीय सेवा आरंभ की थी।
डॉ. लाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ के राज्यगीत ’’अरपा पैरी के धार’’ की रचना आचार्य डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा ने ही की थी। आज उद्घाटन समारोह के दौरान अंचल के प्रसिद्ध साहित्यकार श्री परदेषी राम वर्मा ने छत्तीसगढ़ के राज्यगीत अरपा पैरी के धार के महत्व एवं विष्लेषण पर सारगर्भित उद्बोधन दिया। श्री वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ के राज्यगीत में उत्तर से लेकर दक्षिण तक तथा पूर्व से लेकर पष्चिमी छत्तीसगढ़ तक फैली हुई प्राकृतिक सम्पदा जैसे- नदी, पहाड़, फसले, खनिज सम्पदा, धार्मिक स्थल जैसे सभी विषेषताओं का बखूबी वर्णन किया गया है। आचार्य नरेन्द्र देव वर्मा द्वारा रचित यह सर्वोत्तम कृतियों में से एक है। श्री परदेशी राम वर्मा ने बताया कि आचार्य नरेन्द्र देव वर्मा ने अरपा पैरी के धार की रचना अंग्रेजी भाषा में भी की थी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारियों सहित कुलसचिव, श्री भूपेन्द्र कुलदीप ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
दीप प्रज्जवलन के साथ आरंभ हुए इस उद्घाटन समारोह में छत्तीसगढ़ अंचल के हिन्दी के अनेक प्रसिद्ध साहित्यकार एवं प्राध्यापक उपस्थित थें। विश्वविद्यालय द्वारा लगभग एक माह पूर्व छत्तीसगढ़ के राज्यगीत पर आधारित अंर्तमहाविद्यालयीन वीडियो बनाओं प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इस प्रतियोगिता में विजेताओं को आज शोधपीठ के उद्घाटन समारोह में अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। इन विजेताओं का विवरण निम्नानुसार है प्रथम स्थान पर कुमारी आयुषी तिवारी, बीसीए, रूंगटा कॉलेज, दुर्ग, द्वितीय स्थान पर कुनाल कुहीकर, बीएससी भाग 03, श्री शंकराचार्य महाविद्यालय, जुनवानी, भिलाई तृतीय स्थान पर कुमारी खुशी पांडे, एमएससी तृतीय सेमेस्टर, कल्याण पीजी कॉलेज, भिलाई चतुर्थ स्थान पर कुमारी भावना सोनी, बीए भाग 02 रूंगटा कॉलेज, दुर्ग, पंचम स्थान पर कुमारी श्रेया श्रीवास बीएससी भाग 02 सांत्वना पुरस्कार के रूप में कॉन्फ्लूएंस कॉलेज,
राजनांदगांव की बीएड की छात्रा हनी, कुमारी लक्ष्मी साहू, बीएससी बीएड, शैल देवी महाविद्यालय, अंडा, बीकॉम का छात्र मुकेष कुमार यदु, शासकीय रविन्द्र नाथ टैगोर महाविद्यालय, मुरमुंदा, नेतराम यादव एमए शासकीय महाविद्यालय, बोड़ला एवं पूरब सारथी बीकॉम शासकीय खूबचंद बघेल पीजी कॉलेज, भिलाई 03 को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। श्रेष्ठ 05 प्रतिभागी विजेताओं द्वारा निर्मित वीडियो का प्रस्तुतिकरण भी किया गया। इस अवसर पर डॉ. अभिनेष सुराना, डॉ. श्रद्धा चन्द्राकर, डॉ. कैलाष शर्मा, डॉ. अंबरीष त्रिपाठी, डॉ. शंकर निषाद, डॉ. अर्चना झा, डॉ. श्रद्धा मिश्रा, डॉ. सुधीर शर्मा, डॉ. निषा शुक्ला, श्री प्रहलाद वर्मा, श्री खड़ानंद वर्मा, श्री बद्रीप्रसाद पारकर, श्री मुनिलाल निषाद एवं विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी उद्घाटन समारोह में उपस्थित थें।