छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

बीएसपी ने बैली ब्रिज निर्माण के लिए हाई टेंसाइल स्ट्रक्चरल्स और चेकर प्लेटों की आपूर्ति

भिलाई। सेल स्टील से लेह के ऊँचाई वाले क्षेत्र में फौज के आवागमन के लिए बने बैली ब्रिज उद्घाटित

सेल ने लेह में अधिकतम ऊँंचाई वाले क्षेत्रों में सशस्त्र बलों की सैन्य टुकड़ी की सुविधा के लिए बेली पुलों के निर्माण के लिए 1070 टन हाई टेंसाइल स्ट्रक्चरल्स और चेकर प्लेटों की आपूर्ति की है। चीन की सीमा के पास 14000 फीट से अधिक की ऊंँचाई पर सीमा सडक़ संगठन के लिए ब्रिज एंड रूफ, हावड़ा वक्र्स द्वारा निर्मित बैली ब्रिज का उद्घाटन समारोह 21 अक्टूबर, 2019 को आयोजित किया गया था। सेल के भिलाई इस्पात संयंत्र और बर्नपुर में इस्को संयंत्र द्वारा हाई टेंसाइल स्ट्रक्चरल्स  स्टील की आपूर्ति की गई है, जबकि सेल के राउरकेला इस्पात संयंत्र द्वारा चेकर प्लेट्स की आपूर्ति की गई है। सितम्बर, 2016 में भिलाई इस्पात संयंत्र के मर्चेन्ट मिल से कोलकाता एवं बोकारी स्टॉकयार्ड को 100 बाई50 डायमेंशन में लगभग 410 टन के स्पेशल ग्रेड के स्टील चैनल का पहला लॉट – आईएस 2062 ई 410 ग्रेड सी किल्ड स्टील के रूप में डिस्पैच किया गया था। उसके बाद उसी वर्ष नवम्बर, 2016 में 454 टन और अगले वर्ष जुलाई, 2017 में 500 टन के एक और लॉट को डिस्पैच किया गया। इसी तरह, जनवरी, 2017 में चैनल 75 बाई 40 के लगभग 210 टन को और मई, 2017 में 190 का एक और अन्य लॉट को डिस्पैच किया गया।

स्टील मेल्टिंग शॉप-1 रूट के माध्यम से उत्पादित स्टील के इस विशेष ग्रेड को संयंत्र के मर्चेंट मिल में इस प्रक्रिया के साथ रोलिंग किया गया कि शून्य से कम तापमान (-20 डिग्री सेल्सियस) पर प्रभावी परीक्षण की आवश्यकता होती है, जो शून्य से कम जलवायु परिस्थितियों में विशेष रूप से उपयोगी होगा। कोलकाता और बोकारो स्टॉकयार्ड से लेह के पहाड़ी इलाकों में जमीनी अनुप्रयोगों के लिए स्थानांतरित किया जा रहा है, जिससे हमारे सशस्त्र बलों को विपरीत जलवायु परिस्थितियों के बीच ऊँचाई में बैली ब्रिजों के सहयोग से आसानी से आवागमन करने में सुविधा हो।

सन् 2017 के बाद 9 दिसम्बर, 2018 में इस ग्रेड में चैनल 100 बाई 50 के लगभग 2200 टन जबकि 20 दिसम्बर, 2018 में चैनल 75 बाई 40 के 1020 टन का डिस्पैच किया गया। इसी वर्ष मई और सितम्बर, 2018 के शुरुआत में चैनल 100 बाई 50 की दो और खेप को डिस्पैच किया गया, जिसका कुल टन लगभग 900 टन था। इसी प्रकार मार्च, 2018 के शुरुआती दिनों में चैनल 75 बाई 40 के लगभग 600 टन का डिस्पैच किया गया।

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