मध्य भारत का पहला किडनी ट्रांस्प्लांट यूनिट का दुर्ग में हुआ शुभारंभ
मध्य भारत का पहला किडनी ट्रांस्प्लांट यूनिट का दुर्ग में हुआ शुभारंभ
छग, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के मरीजों को लिए साबित होगा वरदान
आने वाले समय में किडनी ट्रास्प्लानेट व उपचार के लिए पूरे भारत का सबसे
बड़ा अस्पताल बने आरोग्यम-देवेन्द्र यादव
एमएलए देवेन्द्र, अरूण वोरा, महापौर बाकलीवाल,हमीद ने किया किडनी
ट्रांस्प्लांट का शुभारंभ
मध्य भारत का आधुनिक सुविधाओं से लैस किडनी ट्रांस्प्लांट यूनिट आज से
लोगों को किया गया समर्पित
आयुष्मान और डॉ. खूबचंद बघेल कार्ड से शासन व आम जनता का होगा उपचार
दुर्ग। नेशनल हाईवे पर स्थित आरोग्यम सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में आज
किडनी ट्रांस्प्लांट यूनिट का शुभारंभ भिलाई नगर के युवा विधायक
देवेन्द्र यादव एवं दुर्ग शहर विधायक अरूण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल,
एमआईसी सदस्य हमीद खोखर, डॉ.श्रृतिका ताम्रकार ने उदघाटन किया। इस अवसर
पर डॉ. नवीन दारूका, डॉ. आर के साहू, डॉ. नवीन वर्मा, डॉ. नमिता
चन्द्रावर्मा, डॉ. विमल अग्रवाल एवं अस्पताल के सभी स्टाफ की मौजूदगी में
आज चौथे माले में मध्य भारत का पहला किडनी ट्रास्प्लानेट का शुभारंभ हुआ।
छग के मरीजों सहित मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के मरीजों सहित अन्य
राज्यों के इस बिमारी के मरीजों का भी इसका सीधा लाभ मिलेगा।
इस दौरान भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव ने कहा कि डॉ. नवीन दारूका द्वारा
इस नई यूनिट की शुरूआत की गई हैं, वह काफी काबिले तारीफ है। उन्होनें जो
किडनी आर्गन यूनिट का जो शुभारंभ किया है, उसका छग सहित आस पास के
राज्यों को इसका लाभ मिलेगा। छग का दुर्ग जिला मेडिकोज के क्षेत्र में
लगातार आगे बढ रहा है। यहां अच्छे सेंटर बन रहे हैं, मेरा प्रयास होगा कि
शासन स्तर पर हर संभव सहयोग व मदद दिलवाने का कार्य करूंगा। उन्होंने आगे
कहा कि आने वाले समय में यह आरोग्यम हॉस्पिटल किडनी ट्रांस्प्लांटनेट
पूरे भारत का सबसे बड़ा केन्द्र बने। इस अवसर पर डॉ. श्रृतिका ताम्रकार ने
कहा कि मुझे आरोग्यम अस्पताल आकर अति प्रसन्नता होती है। मरीजो की सेवा
परम ध्येय है। देवेन्द्र यादव सहित सभी अतिथियों ने पूरे अस्पताल का
मुआयना किया जिसमें आपात कक्ष, सिटी स्केन, एक्सरे, डायलिसिस यूनिट
इत्यादि आधुनिक संसाधनों से लैस होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए
अस्पताल एकदम सुव्यवस्थित होने पर डा. दारूका की तारीफ की।
अपने इस नई यूनिट के शुभारंभ के अवसर पर डॉ. नवीन दारूका ने हमारे
प्रतिनिधि से चर्चा करते हुए कहा कि हमारे इस यूनिट के आईसीयू में किडनी
ट्रास्पलांनेट के लिए अभी 5 बेड लगाये गये है। वही निजी दो कक्ष तीन सीटर
है, साथ ही मरीज की गंभीर स्थिति को कंट्रोल करने के लिए मॉडयूलर आईसीयू
की भी सुविधा है जिन मरीजों की किडनी खराब है, उनके उपचार के लिए हमारे
यहां सारी आधुनिक सुविधाये उपलब्ध है। सबसे खास बात यह है कि मध्य भारत
का पहला किडनी ट्रांस्प्लांट यूनिट में राज्य व केन्द्र सरकार के
आयुष्मान कार्ड व डॉ. खूबचंद बघेल कार्ड से उपचार करने के लिए शासन से
अनुबंधित किया गया है जिसका लाभ शासन के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ
ही आम जनता को भी मिलेगा। किडनी रोग के भर्ती मरीज को किडनी अपने
रिश्तेदार की डोनेट करनी पड़ेगी या फिर आर्गन डोनेशन एक्टिविटी वाली
संस्थाओं से संपर्क साधकर हमसे संपर्क करना पड़ेगा। किडनी ट्रांस्पलानेट
का मेट्रों में खर्च 20 से 25 लाख रूपये आता है जिसे हम छग के दुर्ग
भिलाई में 8 से 10 लाख में ही करके देेंगे। चूकि किडनी जो है मानस शरीर
का अत्यंत महत्वपूर्ण अंग हेाता है। सामान्यत: हर मनुष्य में दो किडनी
पाई जाती है, इसका प्रमुख काम होता है, खून में मौजूद हानिकारक एवं
विषैले पदार्थोँ को मूत्र के रूप में बाहर निकालना, शरीर में पानी, तरल
पदार्थ, खनिज पदार्थोँ, सोडियम, पेाटेशियम, इलेक्ट्रोलाईट का संतुलन रखना
लालरक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहयोग, रक्तचाप में नियंत्रण रखना,
किडनी में खराबी, डायलिसिस यह किडनी ट्रास्प्लानेट का कारण बन सकती है।
किडनी से होने वाली बिमारी का मुख्य कारण किडनी या मूत्र मार्ग में पथरी
प्रोस्टेट का बढना, संक्रमण, कैंसर, जन्मजात रूकावट, उच्च रक्तचाप, शुगर
का बढना या नियंत्रण नही रहना आदि है। जिसके कारण किडनी प्रभावित होती
है, सही समय पर उपचार नही होने से ऑपरेशन या डियलिसिस की नौबत आ जाती है।
इस लिए इस यूनिट की स्थापना की गई है, आरोग्यम यूरोलॉजी एवं लिथोट्रिप्सी
सेंटर की स्थापना 2015 में की थी, आज किडनी रोग से पूरे भारत में 10
प्रतिशत लोग ग्रस्त है।